Atul Subhash: कौन हैं जौनपुर की फैमिली जज? जिन पर अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले लगाया घूसखोरी का आरोप
Atul Subhash: अतुल ने बताया कि प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज ने उन पर तीन करोड़ रुपये मेंटिनेंस देने का दबाव भी बनाया। जज ने उनकी पत्नी को बाहर करके उनसे अकेले में बात की और रिश्वत के तौर पर 5 लाख रुपये की मांग की।
Atul Subhash: 34 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड नोट ने जहां देश को झकझोर कर रख दिया है तो वहीं न्याय व्यवस्था को लेकर सवाल भी खड़े कर दिए हैं! अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले बनाए गए वीडिया और 24 पन्नों के नोट में अपनी पत्नी, ससुरालवालों और फैमिली कोर्ट की जज पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अतुल के अनुसार, पत्नी और ससुराल वालों ने उनकी जिंदगी नर्क बना दी थी और जज ने मामले को सुलझाने के नाम पर उनसे रिश्वत की मांग की थी।
फैमिली कोर्ट की जज पर गंभीर आरोप
अतुल ने अपने वीडियो में जौनपुर के फैमिली कोर्ट की प्रिंसिपल जज रीता कौशिक पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने अपनी स्थिति को लेकर जज के सामने आत्महत्या की बात की, तो जज ने इसे मजाक में लिया और हंसते हुए कहा कि वह इसके बारे में कुछ नहीं कर सकतीं। इसके बाद जज ने उनसे मामले को सेटल करने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। अतुल ने यह भी आरोप लगाया कि जज की अदालत में तारीख पाने के लिए पेशकार को भी रिश्वत देनी पड़ती थी। 2022 में पेशकार ने उनसे 3 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी, लेकिन जब अतुल ने घूस देने से इंकार किया तो कोर्ट ने उन्हें एलिमनी और मेंटिनेंस के तहत अपनी पत्नी को हर महीने 80,000 रुपये देने का आदेश दिया।
...तो वह केस को दिसंबर 2024 तक सेटल कर देंगी
अतुल ने बताया कि प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज ने उन पर तीन करोड़ रुपये मेंटिनेंस देने का दबाव भी बनाया। जज ने उनकी पत्नी को बाहर करके उनसे अकेले में बात की और रिश्वत के तौर पर 5 लाख रुपये की मांग की। जज ने यह भी कहा कि अगर वह यह रकम दें तो वह मामले को दिसंबर 2024 तक सेटल कर देंगी। अतुल ने वीडियो में कहा कि इस मानसिक उत्पीड़न के कारण ही उनकी स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाने का फैसला किया।
कौन हैं जज रीता कौशिक?
रीता कौशिक ने 20 मार्च 1996 में मुंसिफ के तौर पर अपनी न्यायिक सेवा की शुरुआत की। इस समय वह जौनपुर में प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज हैं। उनका न्यायिक करियर काफी लंबा और अनुभव से भरा रहा है। रीता कौशिक सहारनपुर में जूडिशियल मैजिस्ट्रेट, मथुरा में अडिशनल सिविल जज, अमरोहा में सिवल जज (जूनियर डिविजन) और लखनऊ में स्पेशल सीजेएम के पद पर रह चुकी हैं। बाद में वह प्रमोट होकर अडिशनल चीफ जूडिशल मैजिस्ट्रेट बन गईं और अयोध्या में भी डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज रहीं। 2018 में वह अयोध्या में फैमिली कोर्ट की प्रिंसिपल जज बनीं और 2022 तक वहां तैनात रही। इसके बाद उनका ट्रांसफर जौनपुर में हो गया, जहां वह वर्तमान में फैमिली कोर्ट की जज के तौर पर कार्यरत हैं।