क्या 15 सितम्बर से पहले पर्यटक नहीं कर पाएंगे ताजमहल का दीदार?
ताजमहल की चार मीनारों में से पीछे की एक मीनार की सीढ़ियां टूट चुकी है। उनके ऊपर हरे रंग के धब्बे जगह-जगह दिखाई दे रहे है। उनके ऊपर अभी मरम्मत का काम चल रहा है।
आगरा: ताजमहल की चार मीनारों में से पीछे की एक मीनार की सीढ़ियां टूट चुकी है। उनके ऊपर हरे रंग के धब्बे जगह-जगह दिखाई दे रहे है। उनके ऊपर अभी मरम्मत का काम चल रहा है। इनके निर्माण का कार्य विश्व पर्यटन दिवस से पहले ही 15 सितम्बर तक समाप्त कर लिया जायेगा।
संरक्षक सहायक अमर नाथ गुप्ता ने बताया कि मीनार की मरम्मत का काम जल्द पूरा हो जायेगा और इस दौरान इमारत की संपूर्णता को सुनिश्चित किया जायेगा।
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उन्होंने कहा कि कुछ पत्थरों को बदला जा रहा है और काले पत्थरों की पंक्ति को दुरूस्त किया जा रहा है। गुप्ता ने कहा कि मीनार झुकी नहीं है या इसे कोई खतरा नहीं है।
इस इमारत की तामीर 17वीं सदी में हुई थी। इमारत के प्रभारी नामदेव ने बताया कि मीनार पर काम शुरू हो गया है और मरम्मत के लिए मचान बना दी गई है।
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इससे पहले भारतीय पुरातत्व विभाग के नार्थ सर्किल के प्रमुख वसंत स्वर्णकार ने बताया कि "यह सामान्य मरम्मत नहीं है और यह विशिष्ट कार्य है।"
कुछ खबरों में कहा गया है कि सीढ़ियों के पत्थर भी टूट गए हैं और उन्हें बदला जाना चाहिये। लोहे के कुछ दीयों पर भी जंग लग गई है।
इस बीच ताज महल के टूरिस्ट गाइडों ने इस बात पर चिंता जताई है कि इस इमारत के यमुना की तरफ वाले हिस्से पर हरे रंग के धब्बे दिखाई दे रहे हैं। विश्व पर्यावरण दिवस 27 दिसम्बर को मनाया जाता है।
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