Youtube Channel Blocked: एक पाकिस्तानी और 7 भारतीय यूट्यूब चैनल पर लगा बैन, भारत विरोधी खबरें फैलाने का आरोप
Youtube Channel Blocked: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भारत विरोधी कंटेट परोसने वाले यूट्यूब चैनलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें ब्लॉक कर दिया है। इस जद में 7 पाकिस्तानी और 1 भारतीय चैनल आया।
Youtube Channel Blocked : यूट्यूब पर कुकुरमुत्ते की तरह उग आए फर्जी न्यूज चैनलों पर सरकार द्वारा नकेल कसने की कवायद जारी है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (Union Ministry of Information and Broadcasting) ने गुरुवार को भारत विरोधी कंटेट परोसने वाले यूट्यूब चैनलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें ब्लॉक कर दिया है।
इस सख्त कार्रवाई की जद में एक पाकिस्तानी और 7 भारतीय चैनल आया है। इन्हें आईटी एक्ट 2021 के तहत बैन किया गया है। मंत्रालय के मुताबिक, ये चैनल भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था के बारे में दुष्प्रचार करते थे।
केंद्र सरकार ने 8 यूट्यूब चैनलों के अलावा एक फेसबुक पेज को भी ब्लॉक किया है। ब्लॉक किए गए चैनल अपने प्लेटफॉर्मों से ऐसे कंटेट परोसते थे, जिससे भारत में धार्मिक तनाव पैदा होने का खतरा बना रहता था। तथ्यहीन खबरों के जरिए दो समुदायों के बीच घृणा फैलाने की कोशिश की जाती थी। ये चैनल फेक खबरों के द्वारा सरकार को बदनाम करने की कोशिश भी करते थे। उदाहरण के लिए एक चैनल ने खबर चलाया, 'बकरीद मनाने पर मोदी सरकार ने लगाया रोक'। जबकि हकीकत में सरकार द्वारा ऐसा कोई आदेश नहीं निकाला गया था।
ये हैं ब्लॉक किए गए चैनल
आईबी मिनिस्ट्री द्वारा जिन चैनलों को बैन किया गया है उनमें लोकतंत्र टीवी, यू एंड वी टीवी, एएम रजवी, गौरवशाली पवन मिथिलांचल, सीटॉप 5TH, सरकारी अपडेट, सब कुछ देखो और पाकिस्तानी चैनल न्यूज की दुनिया शामिल है। लोकतंत्र टीवी का फेसबुक पेज भी बैन कर दिया गया है। मंत्रालय के मुताबिक, ब्लॉक चैनलों को 114 करोड़ बार से अधिक देखा गया था। इनके 85 लाख 73 हजार यूजर्स हैं।
जुलाई में बैन हुए थे 78 चैनल
इसी साल जुलाई में देश के सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद को 78 फर्जी यूट्यूब चैनलों और उनके सोशल मीडिया अकाउंट के बैन करने की जानकारी दी थी। इनपर आईटी एक्ट 2000 की धारा 69ए के उल्लंघन का आरोप है। सरकार साल 2021 और 2022 के बीच अब तक 560 यूट्यूब यूआरएल ब्लॉक कर चुकी है।
अप्रैल में भी बैन किए थे चैनल
केंद्र सरकार ने इसी साल अप्रैल में दो बार फर्जी यूट्यूब चैनलों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की थी। सबसे पहले 5 अप्रैल 2022 को सूचना प्रसारण मंत्रालय ने आईटी रूल्स 2021 के तहत इमरजेंसी पॉवर का इस्तेमाल करते हुए 22 यूट्यूब चैनल्स, तीन ट्वीटर अकाउंट, एक फेसबुक अकाउंट और एक न्यूज वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया था। ब्लॉक किए गए YouTube चैनल्स के पास कुल 260 करोड़ व्यूअरशिप थी। इन अकाउंट्स और चैनल्स का इस्तेमाल संवेदनशील मुद्दों के बारे में सोशल मीडिया पर फेक खबरें फैलाने के लिए होता था। ब्लॉक किए गए 22 यूट्यूब चैनलों में से 18 भारतीय और 4 पाकिस्तानी चैनल (दुनिया मेरे आगे, गुलाम नबी मदनी, हकीकत टीवी, हकीकत टीवी 2.0) थे।
इसके बाद 25 अप्रैल को सूचना प्रसारण मंत्रालय ने एकबार फिर ऐसे चैनलों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए 16 यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया था। इनमें 10 भारतीय और छह पाकिस्तानी चैनल थे। ब्लॉक किए गए YouTube समाचार चैनलों की दर्शकों की संख्या 68 करोड़ से अधिक थी।
दिसंबर 2021 में पाकिस्तानी चैनलों पर हुई थी कार्रवाई
पिछले साल यानी 2021 में केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से ऑपरेट किए जा रहे यूट्यूब चैनलों को खासतौर पर निशाने पर लिया था। सरकार ने तब 20 यूट्यूब चैनल और 2 वेबसाइट को बैन किया था। इनपर कश्मीर मुद्दे, भारत में मुस्लिमों की स्थिति, जनरत रावत की मृत्यु और राम मंदिर के मुद्दे को लेकर फर्जी खबरें पोस्ट करने का आरोप था।