नई दिल्लीः देेेेश में बह रही इन दिनों जहरीली हवा ने सांस लेना दूभर कर दिया है। सांस संबंधी दिक्कतें, आंखों में जलन और छोटे बच्चों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं तेजी बढ़ रही हैं। जहां एक तरफ प्राकृतिक वातावरण पर इस तरीके से कहर बरपा है। वहीं बाजार में कुछ ऐसे उत्पाद हैं जिनकी चांदी हो गई है। प्यूरीफायर, मास्क, हैण्ड एण्ड फेशवाश, मच्छर मारने की दवाएं, तेल, साबुन जैसे उत्पादों की जांच परख में उपभोक्ता सक्रिय हो गये हैं। प्रकृति में फैली इस जहरीली हवा से निपटने के लिए उपभोक्ता के पास एकमात्र यही विकल्प ही बचा है।
प्रदूषण से ऑनलाइन कंपनियों को फायदा
एयर प्यूरीफायर तथा मास्क की बिक्री में पहले ही सात गुना का इजाफा हो चुका है। अनुमान है कि इस बार एयर प्यूरीफायर के लिए ऑर्डरों में दस गुना का इजाफा होगा।
मास्क
३रूहृ९५ मार्केट में आसानी से मिलने वाला यह एक ऐसा मास्क है, जिसे ३रू ने बनाया है। आप रू95 8210 लेना चुन सकते हैं। यह 0.3 माइक्रोन्स (क्करू2.5 का मतलब होता है छोटे कण, जो 2.5 माइक्रोन्स के बराबर है) से बड़े अणुओं को 95 प्रतिशत तक साफ करने में सक्षम है।
यह आसानी से फोल्ड हो जाने वाला मास्क है, जिसे आप अपने बैग या पर्स में भी रख सकते हैं। हालांकि, इसका इलास्टिक स्ट्रैप थोड़ा टाइट है, लेकिन यह मास्क को अपनी जगह बनाए रखने में मददगार है। मास्क में ऊपर की तरफ एक छोटा स्पंज (कुशन नोज फोम) दिया गया हैऔर एक ठीक करने योग्य नो क्लिप दिया है,जिसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से सेट कर सकते हैं।
ऑनलाइन आपको यह मास्क 130 रुपये और स्टोर्स (बड़े दवाखाना) में यह 300 रुपये का मिल रहा है। इसके अलावा मार्केट में हृ99मास्क भी उपलब्ध है। यह मास्क उन लोगों के लिए है, जिन्हें सांस लेने से संबंधित समस्याएं हैं।यह मास्क99 प्रतिशत अणुओं को फिल्टर करने मेंमददगार साबित है। यह भी ऑनलाइन उपलब्ध है।अपने फेस पर फबने वाले मास्क को खरीदना कोई कठिन बात नहीं है।
एयर प्यूरिफायर
अगर आपको लगता है कि आप अपने घर में सुरक्षित हैं तो यह सच नहीं है। कई रिसर्च में दावा किया गया है कि बाहर की तरह घर में भी वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। खास बात है कि पिछले कुछ साल से शाओमी, यूरेका फोर्ब्स, फिलिप्स और सैमसंग समेत कई दूसरी कंपनियों ने भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए होम एयर प्यूरिफायर पेश किए हैं। ये प्यूरिफायर कई अलग-अलग प्राइस रेंज में आते हैं।
हैंडवाश
कई तरीके की संक्रामक बीमारियां प्रदूषण के कारण होती हैं और उसका बहुत बड़ा कारण होता गंदगी है। बच्चे ठीक ढंग हाथ साफ नहीं करते। केवल बच्चे ही नहीं बढ़े भी ऐसा करते हैं। इन दिनों देश भर में काले धुएं जैसा जहर वातावरण में फैला हुआ है। जो किसी तरह की बीमारी का अलार्म है। ऐसे में हमें सफाई पर विशेष ध्यान देना होगा। बाजार में तरह-तरह के ऐसे उत्पाद उपलब्ध हैं जो ऐसे समय में सहयोगी भूमिका निभा सकते हैं। बाजार में उपलब्ध हैंडवास में सभी जरूरी तत्व उपलब्ध हैं जो बैक्टिरिया से लडऩे में सहायक हैं। हैंडवास में सॉलिड और लिकविड दोनों प्रकार के विकल्प मौजूद हैं। हैंडवास के लिए खास तरह के साबुन भी बाजार में मिलते है, जिनमें बैक्टीरिया से लडऩे की ताकत होने का दावा कंपनिययां करती हैं।