ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट: मोदी- पूर्वोत्तर का विकास, तभी भारत में आएगी तेजी

असम शनिवार (3 फरवरी) को अपना पहला वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। यहां वह राज्य में उपलब्ध विनिर्माण अवसरों और भूरणनीतिक अवसरों को घरेलू और वैश्विक निवेशकों के सम्मुख प्रस्तुत कर उन्हें निवेश के लिए आमंत्रित करने की कोशिश करेगा। बता दें कि इस सम्मेलन का अहम मकसद असम में निवेशकों को आमंत्रित करना है।

Update:2018-02-03 11:09 IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (3 जनवरी) असम के दौरे पर हैं। पीएम गुवाहाटी पहुंच गए हैं, जहां एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। फिर वो ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में पहुंचे।

पीएम ने यहां 'द एडवांटेज असम: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2018' का उद्घाटन किया। भूटान के पीएम भी समिट में हिस्सा लेने पहुंचे।

एडवांटेज असम आसियान के लिए एक्सप्रेस वे

इस दौरान समिट के उदघाटन में पीएम ने कहा कि, 'भारत की ग्रोथ स्टोरी में और गति तभी आएगी जब देश के पूर्वोत्तर में रहने वाले लोगों का, इस पूरे क्षेत्र का संतुलित विकास भी तेज गति से हो। पिछले साढ़े तीन साल में केंद्र सरकार की ओर से और पिछले डेढ़ वर्ष में, असम सरकार की ओर से किए गए कोशिशों का नतीजा दिखाई देने लगा है। आज जितने व्यापक पैमाने पर ये आयोजन हो रहा है, वो कुछ साल पहले तक कोई सोच भी नहीं सकता था।'

पीएम मोदी का कहना है कि समिट में आपकी उपस्थिती दिखा रही है कि असम किस तरीके से विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि भूटान के पीएम की मौजूदगी दोनों देशों की मजबूत दोस्ती को प्रदर्शित कर रही है। साथ ही ये एडवांटेज असम आसियान के लिए एक्सप्रेस वे है। बता दें कि इस सम्मेलन का अहम मकसद असम में निवेशकों को आमंत्रित करना है।

निराशा की जगह आशा

देश की सोच बदल गई है। अब हौसला और आशा ने निराशा की जगह ले ली है। देश में दोगुनी रफ्तार से विकास हो रहा है। हम सभी योजनाओं को उस तरफ ले जा रहे हैं, जो गरीब, निम्न मध्यम वर्ग और मध्य वर्ग का कल्याण करें। हमारी योजनाएं जिंदगी को सरल बनाने के लिए हैं।

पीएम मोदी ने यहां बजट में हेल्थ के लिए घोषित 'आयुष्मान योजना' का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि ये अपने तरीके की दुनिया की सबसे बड़ी योजना है.

आसियान देश हों, बांग्लादेश-भूटान-नेपाल हों, हम सभी एक तरह से कृषि प्रधान देश हैं। किसानों की उन्नति, इस पूरे क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचा सकती है। इसलिए हमारी सरकार देश के किसानों की आय को दोगुना करने के लक्ष्य पर काम कर रही है।

अब हम लगभग 1300 करोड़ की लागत राशि से 'National Bamboo Mission' को रीस्ट्रक्चर कर रहे हैं। उत्तर-पूर्व के लोगों को, खासकर यहां के किसानों को बजट के जरिए एक और फायदा मिलने जा रहा है।



पीएम मोदी ने सम्मेलन में शामिल होने से पहले ट्वीट कर इस बारे मे जानकारी दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि गुवाहाटी के सम्मेलन में शामिल होने के लिए वो उत्सुक हैं। उन्होंने लिखा था कि मैं इस शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए असम सरकार को बधाई देता हूं, जो असम की निवेश क्षमता को विशेष रूप से दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में अर्थव्यवस्थाओं के लिए विनिर्माण और सेवाएं दिखाएगा।



पीएम मोदी ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि इस सम्मेलन में ऊर्जा, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, आईटी, परिवहन, पेट्रोकेमिकल्स, फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र, हस्तशिल्प और पर्यटन सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये शिखर सम्मेलन असम के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने में योगदान देगा।

पीएम नरेंद्र मोदी 'द एडवांटेज असम: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2018 का उद्घाटन करेंगे। इसका मुख्य लक्ष्य असम के भूरणनीतिक अवसरों और राज्य सरकार के नीतिगत सुधारों से विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिस्पर्धा को निवेशकों के सामने रखना है।

असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का कहना है, 'अभी तक 4,500 प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। उन्होंने कहा, 'भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोब्गे पहले ही आ चुके हैं। मुकेश अंबानी और रतन टाटा के भी सम्मेलन में शामिल होने की उम्मीद है। सोनोवाल ने कहा कि तीन और चार फरवरी को होने वाले इस सम्मेलन में असम में उपलब्ध निर्यात उन्मुख विनिर्माण अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा।

साथ ही आसियान और दक्षिण एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं को दी जाने वाली विशेष सेवाओं के बारे में भी बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर के विकास पर प्रमुख तौर पर ध्यान दे रहे हैं और इस क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने कई कदम उठाए हैं।

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