राष्ट्र विरोधी ताकतें आर्थिक रुझानों को नहीं सराहेंगी : राजनाथ

Update:2017-10-09 18:05 IST

चेन्नई : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार भारत को सबसे तेजी से विकास कर रही अर्थव्यवस्था करार देते हुए कहा कि कुछ 'राष्ट्र विरोधी ताकतें' दृष्टिगोचर आर्थिक प्रगति की सराहना नहीं कर सकती हैं। तमिलनाडु के अराककोणम में सीआईएसएफ के परिवीक्षार्थियों की पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि साइबर आतंकवाद एक बड़ा खतरा है और उन्होंने सीआईएसएफ को प्रौद्योगिकी के लिहाज से उन्नत होने का आग्रह किया, ताकि वह इस मुद्दे का सामना करने के लिए खुद को आगे बढ़ा सके।

सिंह ने राजग शासनकाल में अर्थव्यवस्था की स्थिति की आलोचना करने वालों के बारे में कहा, "भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, लेकिन कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें आर्थिक रुझानों की सराहना नहीं कर सकती हैं।"



ये भी देखें: 3 डी मार्कशीट वेरिफायर एप से होगा अंकपत्रों का सत्यापन, तैयार हो रही तकनीक

उन्होंने कहा कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को आतंकवाद के खिलाफ अपनी क्षमता बनाए रखने की आवश्यकता है, ताकि देश के शीर्ष सामरिक प्रतिष्ठानों को कोई भी आतंकवादी समूह नुकसान नहीं पहुंचा सके।

उन्होंने कहा, "सीआईएसएफ को सभी महत्वपूर्ण इमारतों और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का नियमित ऑडिट करना चाहिए। साइबर आतंकवाद से निपटने के लिए नियमित साइबर सुरक्षा ऑडिट करने और क्षमता बढ़ाने के लिए सीआईएसएफ में एक विशेष शाखा तैयार की जानी चाहिए।"

राजनाथ ने कहा, "सीआईएसएफ मुख्यालय को इन ऑडिट रपटों और नए प्रौद्योगिकी समाधानों को अपनाने के आधार पर अपने सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना चाहिए।"

ये भी देखें: कभी थीं गुजरात की पहली महिला CM, अब कहा- चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं

मंत्री ने साइबर आतंकवाद को एक बड़ा खतरा बताया, जिसका कई देश सामना कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, "साइबर आतंकवादियों ने महत्वपूर्ण संस्थानों, इमारतों और प्रतिष्ठानों पर हमले करने के लिए डिजिटल ट्रेक का इस्तेमाल किया है। सीआईएसएफ को प्रौद्योगिकी के लिहाज से अपग्रेड करने की जरूरत है, ताकि वह साइबर आतंकवाद की किसी भी घटना से निपट सके।"

केन्द्रीय सशस्त्र बलों में सीआईएसएफ के अंदर महिलाओं की सर्वाधिक संख्या बताते हुए सिंह ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का लक्ष्य हासिल करने वाला पहला बल होगा।

ये भी देखें: दिवाली पर चीनी उत्पादों की बिक्री में 40-45 फीसदी कमी होगी : Assocham

उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की भूमिका को वैश्वीकरण और उदारीकरण में तेजी से वृद्धि के साथ विविध और विस्तारित किया गया है।

उन्होंने कहा, "सीआईएसएफ की भूमिका बहुआयामी और बेहद चुनौतीपूर्ण है। चुनौतियों के बावजूद, सीआईएसएफ के जवान और अधिकारी मुस्कान के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं।"

सीआईएसएफ 1969 में अस्तित्व में आया था और देश की एक प्रमुख बहु-कुशल सुरक्षा एजेंसी बन गई, जो विभिन्न क्षेत्रों में देश के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों, प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करती है।

Tags:    

Similar News