बिजनौर/मेरठ/लखनऊ: बेटी से छेड़खानी का विरोध करने पर हुए विवाद में एक ही परिवार के चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं। मामला दो समुदाय से जुड़े होने की वजह से सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया है। इस मामले में सीएम अखिलेश यादव ने डीजीपी को तलब कर रिपोर्ट मांगी। पुलिस ने सात आरोपियों को अरेस्ट किया है। लापरवाही बरतने के मामले में 1 दरोगा सहित 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।
सीएम अखिलेश ने की आर्थिक सहायता देने की घोषणा
सीएम अखिलेश यादव ने इस घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घटना की जानकारी मिलते ही गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) दलजीत सिंह चौधरी को तत्काल मौके पर जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करती। सीएम अखिलेश ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसमें मारे गए लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए और घायलों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने अधिकारियों को घायलों के मुकम्मल इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा है।
आसपास के जिलों से मंगाई गई फोर्स
आईजी बरेली विजय सिंह मीणा, डीआईजी मुरादाबाद ओंकार सिंह, कमिश्नर मुरादाबाद टी वेंकेटश्वर लू जिला अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ को शांत कराने की कोशिश जारी है। परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े हैं।
आईजी ने दावा किया कि हालात काबू में है। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। शरारती तत्वों पर नजर रखी जा रही है। अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की। मौके पर भारी पुलिस बाल तैनात किया गया। आसपास के जिलों की फोर्स भी मांगी गई है।
क्या है पूरा मामला ?
बिजनौर सिटी कोतवाली के पेडा गांव में समुदाय विशेष की लड़की जब स्कूल जा रही थी। रास्ते में कुछ मनचलों ने उसके साथ छेड़खानी की। उसके परिजनों ने इसका विरोध किया तो विवाद हो गया। मामूली विवाद के बाद मामला शांत हो गया। कुछ देर बाद मनचलों का गुट अपने कई साथियों के साथ देसी तमंचे और चाकू, लाठी आदि लेकर छात्रा के घर आ गए और मोहल्ले में जमकर उपद्रव मचाया। उन्होंने चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मरने वालो के नाम अहसान, सरफराज, अनीसुद्दीन और रिजवान हैं। जबकि 12 घायलों में एक की हालत गंभीर है।
पुलिस पर आरोप
वारदात से गुस्साए लोगों ने लाश को हाईवे पर रखकर जाम लगा कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फिलहाल मौके पर भारी फोर्स को तैनात कर दिया गया है। पुलिस स्थिति नियंत्रण में बता रही है। परिजन पुलिस की भूमिका को लेकर नाराज दिख रहे हैं, उनका कहना है कि उनके बार बार कहने से भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंचीं, जबकि वहां पर मौजूद दो पुलिसकर्मी घटना के वक्त भाग गए।
एडीजी एलओ ने कहा...
दर्दनाक घटना हुई है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई जिलों की पुलिस फोर्स सहित, एटीएस, एसटीएफ को तैनात किया गया है। पूरे मामले की जांच एडीजी एलओ और गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्रा करेंगे।'' दोनों बड़े अधिकारियों ने जिले में कैंप किया।
यह मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि दूसरी घटना मेरठ के ब्रहमपुरी क्षेत्र में हो गई। जहां राशन की दुकान पर बाहरी व्यक्ति द्वारा जबरन राशन बांटने को लेकर दो संप्रदाय के लोगों में जमकर पथराव हुआ। दरअसल ब्रहमपुरी के हरिनगर में प्रेमलता राशन डीलर है। शुक्रवार सुबह राशन की दुकान पर पहुंचे शहजाद नाम के युवक ने खुद राशन बांटना शुरू कर दिया। वहां मौजूद प्रेमलता के बेटे कपिल ने इसका विरोध किया। इसी बात को लेकर दोनों संप्रदाय लोगों के बीच जमकर पथराव हुआ। जिसमें कपिल घायल हो गया। इसी बीच कपिल पर किसी ने चाकू से भी हमला किया।
वहीं पथराव में दीपक नाम के युवक को भी चोटे आई है। ब्रहमपुरी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू करने का प्रयास किया। मौके पर भारी फोर्स के साथ एसपी सिटी ओपी सिंह भी पहुंचे। कमलदत्त शर्मा के नेतृत्व में पहुंचे भाजपाईयों ने सीओ ब्रहमपुरी पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए थाने में हंगाम किया। ब्रहमपुरी पुलिस ने कपिल पक्ष की तहरीर पर आठ से दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
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