जल्लीकट्टू पर एेतिहासिक फैसला, 3 साल से लगा बैन हटा, मिली अध्यादेश की मंजूरी
चेन्नई: सांडों को काबू में करने के खेल 'जल्लीकट्टू' पर शनिवार को ऐतिहासिक फैसला आया और उस पर लगे बैन को हटा दिया गया। तमिलनाडु के राज्यपाल विद्यासागर राव ने जल्लीकट्टू पर अध्यादेश को मंजूरी दे दी है। जिसके बाद यह खेल रविवार को तमिलनाडु के अलंगानाल्लुर में खेला जाएगा। सीएम पन्नीरसेल्वम सुबह 10 बजे इस खेल का उद्घाटन करेंगे।
इसके समर्थन में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उतरे थे। उन्होंने कहा कि तमिल लोगों की संस्कृति को बचाने की पूरी कोशिश की जाएगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लोगों को तमिलनाडु की संस्क्रति पर गर्व है। तमिल लोगों की सांस्कृतिक आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश की जाएगी। केंद्र सरकार तमिलनाडु के विकास के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।
2014 में लगा था बैन
पोंगल के वक्त खेले जाने वाले इस खेल को पशु अधिकार से जुड़े कार्यकर्ताओं की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में रोक लगा दी थी । जिसके बाद तमिलनाडु सरकार ने याचिका दायर की थी। जिसमें इसके समीक्षा की बात कही गई थी। लेकिन कोर्ट ने उसे स्वीकार नहीं किता था। पिछले साल केंद्र सरकार ने इस पर एक अधिसूचना जारी की थी।
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