मणिपुर: CM इबोबी के खिलाफ मैदान में उतरेंगी इरोम शर्मिला, बनना चाहती हैं मुख्यमंत्री
इंफाल: सशस्त्र बल विशेष अधिकार कानून (अफ्स्पा) के विरोध में लड़ाई लड़ रही इरोम शर्मिला अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में मणिपुर के सीएम और कांग्रेस प्रत्याशी ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ थोबल से चुनाव मैदान में उतरेंगी। ये जानकारी इरोम की पार्टी पीपुल्स रीसर्जेन्स एंड जस्टिस एलायंस (पीआरजेए) की ओर से दी गई है।
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गौरतलब है कि अफस्पा के खिलाफ लड़ाई के लिए जाने जानी वाली इरोम शर्मिला की कोई राजनैतिक पहचान नहीं है। जबकि वर्तमान सीएम इबोबी सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी लगातार तीसरी बार अपना कार्यकाल पूरा करने जा रही है। मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 3 फरवरी को 60 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। जिसमें मुख्यमंत्री इबोबी सिंह को थोबल से मैदान में उतरने की जानकारी दी गई थी।
पिछले साल तोडा था 16 वर्षों से जारी अनशन
बीते साल अगस्त महीने में शर्मिला ने 16 साल लंबी भूख-हड़ताल समाप्त की थी। पूरी दुनिया में ऐसा अभियान चलाने वाली वह इकलौती शख्सियत हैं। उन्होंने ऐलान किया था कि वह मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं। ताकि वह खतरनाक ‘अफस्पा’ को खत्म करने के लिए दबाव बना सकें।
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सीएम के खिलाफ उतरेंगी मैदान में
इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी पीआरजेए को लॉन्च किया था। उस वक्त उन्होंने कहा था कि वह दो सीटों, थोबाल और खुराई से चुनाव लड़ेंगी। क्योंकि वह खुराई से ताल्लुक रखती हैं, जबकि थोबाल सीएम इबोबी सिंह का विधानसभा क्षेत्र है। हालांकि पार्टी की ओर से कहा गया है कि पार्टी ने थोबाल में शर्मिला के लिए प्रचार शुरू कर दिया है। खुराई सीट से लड़ने पर अभी कुछ स्पष्ट नहीं है।
पार्टी को मिला 'सीटी' चुनाव चिन्ह
हाल ही में शर्मिला की पार्टी पीआरजीए को 'सीटी' चुनाव चिन्ह मिला है। पार्टी का कहना है कि वह 4 और 8 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कुल 10 उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे।