लखनऊ: अभी तक 'पद्मावत' फिल्म के विरोध में सिनेमा घर को आग लगाने वाली करणी सेना अब इस फिल्म के पक्ष में खुल कर आ गई है। उनका कहना है कि फिल्म देख कर हर राजपूत को खुद पर गर्व होगा। करणी सेना की इस हरकत से उन चार बीजेपी राज्य सरकारों की किरकिरी हुई है जिन्होने बिना इसे देखे ही अपने राज्य में इसका प्रदर्शन नहीं होने का ऐलान कर दिया था।
ये सरकारें राजस्थान,हरियाणा ,मध्यप्रदेश और गुजरात की थीं। फिल्म का प्रदर्शन रोकने का असर ये हुआ कि राजस्थान में बीजेपी ने लोकसभा की दो और राज्य सरकार की एक सीट पर हुए चुनाव में अपनी जीती सीट गंवा दी।
बहरहाल 25 जनवरी को रिलीज हुई फिल्म 'पद्मावत' बॉक्स ऑफिस पर तगड़ी कमाई कर रही है। लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बावजूद फिल्म को लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है। फिल्म रिलीज होने से पहले से इसका विरोध कर रहे करणी सेना ने ऐलान किया है कि वो अब इस फिल्म का विरोध नहीं करेंगे।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के उपाध्यक्ष योगेंद्र सिंह कटार ने चिट्ठी लिख कहा है कि उन्होंने 2 फरवरी को पद्मावत देखी है, जिसमें राजपूतों की वीरता और त्याग का बहुत सुंदर चित्रण किया गया है। यह फिल्म रानी पद्मावती की महानता को समर्पित है।
इस फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन के बीच कोई भी सीन नहीं है। इस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है जो राजपूत समाज के इतिहास और भावनाओं को नुकसान पहुंचाए।
हम इस फिल्म से् पूर्णता संतुष्ट हैंं इसलिए हम हमारा आंदोलन/ विरोध बिना शर्त वापस लेते हैं,और आपको आश्वासन देते हैं कि हम इस फिल्म को राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और भारत के सभी सिनेमा घरों में प्रदर्शित करने में आपका और फिल्म वितरकों का सहयोग करेंगें।
विरोध के बावजूद इस फिल्म ने अब तक 160 करोड का कारोबार किया है। इसकी लागत 180 करोड है। चार राज्यों समेत अन्य सिनेमाघरों में इसके अब होने वाले प्रदर्शन से निर्माता को करोडों की कमाई की उम्मीद है।