नागपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की बेटी केतकी गडकरी की शादी रविवार को आदित्य कासखेदिकर से हुई। दोनों लंबे समय से दोस्त थे। आदित्य इस वक्त अमेरिका में फेसबुक में काम करते हैं। केतकी गडकरी की तीन संतानों में सबसे छोटी हैं।
रोचक बात है कि कुछ साल पहले तक आदित्य के पिता रवि कासखेदिकर और नितिन गडकरी के बीच बनती नहीं थी। रवि कासखेदिकर ने नागपुर नगर निगम द्वारा पानी की सप्लाई का निजीकरण किए जाने पर गडकरी के खिलाफ आंदोलन भी किया था। शादी का रिसेप्शन आठ दिसंबर को होगा। शादी में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, वेंकैया नायडू, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस समेत कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं।
छह और आठ दिसंबर को होगा रिसेप्शन
वीआईपी मेहमानों के लिए दो रिसेप्शन नागपुर और दिल्ली में होंगे। नागपुर में रिसेप्शन छह और दिल्ली में आठ दिसंबर को होगा। दिल्ली के कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी व कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं को न्यौता भेजा गया है। नागपुर के कार्यक्रम में महाराष्ट्र के वीआईपी लोगों को बुलाया गया है।
शादी में ये हुए शामिल
असम के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, प्रकाश जावडेकर, हंसराज अहीर, पीयूष गोयल, योगगुरू रामदेव और पूर्व विमानन मंत्री एवं वरिष्ठ राकांपा नेता प्रफुल पटेल आदि इस मौके पर मौजूद अतिविशिष्ट हस्तियां थीं। राजनाथ सिंह और अमित शाह रविवार सुबह ही नागपुर पहुंच गए थे।
पहले भी दिखा है ये नजारा
आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि 3 और 4 दिसंबर को किसी भी शहर से नागपुर पहुंचने के लिए हवाई टिकट उपलब्ध नहीं है। शादी नागपुर में वर्धा रोड पर रानी कोठी में होगी। साल 2010 के दिसंबर में भी नागपुर में वीवीआईपीज का ऐसा ही जमावड़ा देखने को मिला था, जब गडकरी के बड़े बेटे निखिल की शादी हुई थी। उस वक्त गडकरी बीजेपी अध्यक्ष थे। गडकरी के दूसरे बेटे की भी शादी हो चुकी है।
उठ रहे कई सवाल भी
गौरतलब है कि सोमवार से महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि अधिकांश विधायक इस शादी में शामिल होंगे। हालांकि, इस शाही शादी के बीच इस बात की भी चर्चा होने लगी है कि जब लोग पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले से परेशान हैं और उन्हें घर खर्च चलाने तक को नकद पैसे नहीं मिल पा रहे हैं, वैसी स्थिति में शाही शादी में करोड़ों का खर्च किया जाएगा।