गणतंत्र दिवस: राष्ट्रपति ने किया देश को संबोधित, कहा- डिजिटल पेमेंट से भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम
नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि 'मैं 68वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई देता हूं। हमारी अर्थव्यवस्था चुनौतीपूर्ण वैश्विक गतिविधियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन कर रही है।'
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नोटबंदी की तारीफ करते हुए कहा कि 'अर्थव्यवस्था पर इसका असर अच्छा होगा। डिजिटल पेमेंट से लेनदेन में भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।' मुखर्जी बोले, लोकतंत्र ने हमें अधिकार दिए हैं, लेकिन इसके साथ हमें कर्तव्यों को भी निभाना होगा।
'स्वच्छ भारत अभियान' बापू को समर्पित
राष्ट्रपति ने कहा, सरकार ने देशवासियों के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिसका मकसद लोगों की भलाई है। इसी के तहत 'स्वच्छ भारत अभियान' को गांधीजी की जयंती को शुरू किया गया।
मनरेगा से गांवों में बढ़ा रोजगार
राष्ट्रपति ने केंद्र सरकार की मनरेगा जैसी योजनाओं पर खर्च बढ़ाने की तारीफ करते हुए कहा, इससे गांवों में रोजगार बढ़ा है। साथ ही कहा, कि डायरेक्ट ट्रांसफर से पारदर्शिता बढ़ी है। और अब पैसा सही हाथों में पहुंच रहा है।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव हों साथ
राष्ट्रपति मुखर्जी ने अपने संबोधन में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को साथ कराने की वकालत की। उन्होंने, चुनाव आयोग से कहा कि वह राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करके दोनों चुनाव साथ कराने को लेकर विचार करे और इस दिशा में आगे बढे।
लोकतंत्र में होती है शांतिपूर्ण प्रतिस्पर्धा
राष्ट्रपति ने देश की ताकत और इसकी बहुलता और विविधता के बारे में कहा, 'भारत में पारंपरिक रूप से तर्कों पर आधारित भारतीयता का जोर रहा है, न कि असहिष्णु भारतीयता का।' प्रणब बोले, हमारे देश में सदियों से अलग-अलग विचार, दर्शन एक-दूसरे के साथ शांतिपूर्ण ढंग से प्रतिस्पर्धा करते रहे हैं। उन्होंने भारतीय लोकतंत्र की ताकत को भी रेखांकित किया।
हम न्यूक्लीयर क्लब के छठे सदस्य हैं
राष्ट्रपति ने कहा, 'हम वैज्ञानिक और तकनीकी जनशक्ति के दूसरे सबसे बड़े भंडार हैं। हमारी सेना तीसरी सबसे बड़ी सेना है। हम न्यूक्लीयर क्लब के छठे सदस्य हैं। अंतरिक्ष की दौड़ में शामिल छठे सदस्य और दसवीं सबसे बड़ी औद्योगिक शक्ति हैं।'