नई दिल्लीः सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के परिवार में रार के बीच रोज नई चर्चाएं हो रही हैं। ताजा चर्चा ये है कि मुलायम के चचेरे भाई और सपा के महासचिव रामगोपाल यादव, चुनाव आयोग गए थे। हालांकि, उनके चुनाव आयोग जाने की वजह का खुलासा तो नहीं हुआ है, लेकिन इस चर्चा के बाद उन कयासों ने फिर से जोर पकड़ा है कि अखिलेश यादव कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। खबर ये भी है कि सपा के रजत जयंती समारोह में भी रामगोपाल शामिल नहीं होने जा रहे हैं।
क्या बड़ा कदम उठाएंगे अखिलेश?
बता दें कि परिवार में रार के इस मामले में रामगोपाल ने मुलायम के बड़े बेटे और यूपी के सीएम अखिलेश यादव का पक्ष लिया है। उन्होंने बीते दिनों सपा सुप्रीमो को चिट्ठी लिखकर भी कहा था कि अखिलेश को सीएम नहीं बनाया गया तो यूपी चुनावों में पार्टी का बुरा हश्र होगा। यहां तक कि उन्होंने ये तक लिख दिया था कि पार्टी की दुर्गति के लिए नेताजी यानी मुलायम ही जिम्मेदार होंगे। अब उनके चुनाव आयोग जाने की चर्चा से फिर ये कयास लगने लगे हैं कि अखिलेश और रामगोपाल मिलकर नई पार्टी बना सकते हैं।
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रार का 'अमर' फैक्टर
सपा सुप्रीमो के परिवार में मची रार की एक बड़ी वजह अमर सिंह को भी माना जा रहा है। रामगोपाल तो खुलेआम कह चुके हैं कि अमर सिंह बाहरी हैं और बाहरियों की वजह से दिक्कत है। मुलायम को लिखी चिट्ठी में भी उन्होंने कहा था कि जिन लोगों की सलाह पर नेताजी चल रहे हैं, उन्हें जनता का कोई समर्थन हासिल नहीं है। बहरहाल, रामगोपाल का नया कदम सपा में आने वाले दिनों में एक नई हलचल का संकेत मालूम दे रही है।