'इत्र के शहर' कन्नौज में बना बदबूदार कैप्सूल, दुर्गंध से भागेंगे कश्मीर के पत्थरबाज

Update: 2017-07-06 11:54 GMT
'इत्र के शहर' कन्नौज में बना बदबूदार कैप्सूल, दुर्गंध से भागेंगे कश्मीर के पत्थरबाज

नई दिल्ली: इत्र की खूशबू के लिए मशहूर कन्नौज अब जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों के 'दम घुटाने' के लिए दुर्गंध फैलाने जा रहा है। जी हां, घाटी के पत्थरबाजों पर लगाम कसने के लिए कन्नौज स्थित 'फ्रैग्नैंस एंड फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर (एफएफडीसी)' के वैज्ञानिकों ने एक नया दुर्गंध युक्त कैप्सूल बनाया है।

इस सम्बन्ध में एफएफडीसी के प्रिंसिपल डायरेक्टर शक्ति विनय शुक्ला ने कहा, कि 'इस कैप्सूल को टीयर गन्स से फायर किए जाने के साथ धुआं उठेगा, जिसकी गंध को बर्दाश्त करना संभव नहीं होगा।

स्वास्थ्य पर बुरा असर नहीं

एक अंग्रेजी अख़बार की खबर मानें तो डीआरडीओ और रक्षा मंत्रालय की आवश्यक मंजूरी और स्वीकृति के बाद इसे सेना को सौंपा जाएगा। दिलचस्प बात ये है कि इस कैप्सूल की गंध असहनीय है। लेकिन यह लोगों के स्वास्थ्य पर इसका विपरीत असर नहीं पड़ता।

जल्द होगा ट्रायल

शक्ति विनय शुक्ला ने कहा, कि दुर्गंध फैलाने वाले केमिकल को एक छोटे कैप्सूल में रखा जाएगा। इन कैप्सूल को टीयर गन्स के जरिए फायर किया जा सकता है। उन्होंने कहा, कि 'ग्लावियर की डिफेंस लेबोरेटरी में जल्द ही इसका ट्रायल किया जाएगा।'

लगातार विवादों में रहा है 'पैलेट गन'

उल्लेखनीय है, कि मौजूदा समय में घाटी में पत्थरबाजों को रोकने के लिए सुरक्षा बल 'पैलेट गन' का उपयोग कर रही है। पैलेट गन के इस्तेमाल से सैकड़ों लोगों की आंखों आदि को नुकसान पहुंचा है। साथ ही इसका इस्तेमाल लंबे समय से विवादों में रहा है।

 

Tags:    

Similar News