स्वामी बोले- AIADMK की कमान शशिकला के हाथों में जाएगी, सेल्वम तो बस मोहरा थे
नई दिल्ली: जे.जयललिता के निधन के बाद उनकी पार्टी की कमान किसके हाथ जाएगी के जवाब में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, 'अन्नाद्रमुक का संगठन शशिकला के हाथों में जाएगा। शशिकला की महत्वाकांक्षा अब पार्टी सुप्रीमो बनने की होगी। ऐसे में पार्टी में झगड़ा होगा और विभाजन भी।' ये बातें स्वामी ने 'आज तक' के कार्यक्रम एजेंडा आज तक में कही।
सुब्रमण्यम स्वामी ने जयललिता के बारे में कहा, उनकी सोच राष्ट्रीय थी। उनके निधन से देश की राजनीति में बड़ी खाई पैदा हुई है। पन्नीरसेल्वम के बारे में स्वामी ने कहा, 'वो (पन्नीरसेल्वम) जयललिता के हाथों का मोहरा थे, वो जैसा चाहती थीं, पनीरसेल्वम वैसा करते थे।'
कद्दावर और बहादुर महिला थीं
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि जयललिता काफी बहादुर महिला थीं स्वामी बताते हैं कि वह अम्मा से पहली बार 1982 में मिले थे। उस वक्त एमजीआर प्रदेश के सीएम थे। जयललिता ने उसी वक्त राजनीति में कदम रखा था। उन्होंने कहा, 'हम एक-दूसरे को 34 साल से जानते थे। वह काफी बुद्धिमान महिला थीं। उनके पास बहुत ज्ञान था। वह एक कद्दावर और बहादुर महिला थी।
शशिकला निभाती थी दुश्मन की भूमिका
इसी इंटरव्यू में स्वामी ने कहा था कि 'जयललिता मेरी बुद्धिमत्ता की बहुत सराहना करती थीं। वह मेरी जानकारी और क्षमताओं को सम्मान देती थी। लेकिन शशिकला नटराजन ने मेरे लिए उनके सम्मान को खत्म कर दिया था। शशिकला का जयललिता पर पूरी तरह से नियंत्रण था। जब भी हम करीब आते थे और गठबंधन की ओर बढ़ते थे तो शशिकला उसे नष्ट कर देती थीं। व्यक्तिगत जीवन में जयललिता खुश नहीं थी और वह पूरी तरह से शशिकला के प्रभाव में थीं।