विश्व पर्यावरण दिवस: राष्ट्रपति और पीएम ने की अपील, प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद हो

Update:2018-06-05 15:01 IST

नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों से आग्रह किया कि स्वच्छ ग्रह के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करें। विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषकों से निपटने पर आधारित है और इस वर्ष भारत इसकी मेजबानी कर रहा है।

पर्यावरण दिवस: रोहतांग दर्रे पर प्लास्टिक कचरे का निपटान मुश्किल

राष्ट्रपति की अपील

राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर कहा, "विश्व पर्यावरण दिवस पर हम एक स्वच्छ ग्रह के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दोहराते हैं। इस साल भारत वैश्विक समारोहों की मेजबानी कर रहा है और हमें अपने बच्चों को एक हरित और पर्यावरण अनुकूल विरासत देनी चाहिए।"

उपराष्ट्रपति की अपील

नायडू ने प्लास्टिक पर प्रतिबंध पर जोर देते हुए कहा, "आइए आज विश्व पर्यावरण दिवस की थीम 'बीट प्लास्टिक प्रदूषण' के आधार पर प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने की प्रतिबद्धता जताएं। अब समय आ गया है कि हर शख्स पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्लास्टिक का प्रयोग बंद करें।"

मोदी का ट्वीट

मोदी ने भी ट्वीट कर कहा, "आइए, मिलकर यह सुनिश्चित करें कि हमारी भावी पीढ़ियां एक स्वच्छ और हरित ग्रह पर सौहार्द के साथ रहेंगी।" मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोगों से खराब प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने का आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स्वच्छ और हरित पर्यावरण के लिए जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया ताकि इससे सतत विकास हो सके। कांग्रेस ने भी ट्वीट कर पर्यावरण को संरक्षित रखने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, "पृथ्वी हमसे नहीं, बल्कि हम पृथ्वी की वजह से हैं।"

चैनल करेगा जागरुक

नेशनल ज्योग्राफिक प्लास्टिक के नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करेगा। इस मकसद से विश्व पर्यावरण दिवस पर नेशनल ज्योग्राफिक ने सिंगल-यूज प्लास्टिक के नुकसान से निपटने की कोशिश में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ अपनी भागीदारी का एलान किया।

नेशनल ज्योग्राफिक एवं फॉक्स नेटवर्क्‍स ग्रुप, इंडिया की बिजनेस प्रमुख स्वाति मोहन ने कहा, "नेशनल ज्योग्राफिक की पहल 'प्लास्टिक ऑर प्लेनेट' को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का साथ मिलने से हम बेहद खश हैं। ऐसा देश जहां 40 फीसदी प्लास्टिक कचरे का प्रबंधन नहीं हो पाता है वहां यह समझना बेहद महत्वपूर्ण है कि पूरे इकोसिस्टम के लिए सिंगल-यूज प्लास्टिक कितना खतरनाक बन सकता है।

कचरा मुक्त भारत अभियान

लोगों में कचरे से होने वाले नुकसान और रिसाइकल वेस्ट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से गैर सरकारी संस्था श्री पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति संगठन ने देश को कचरा मुक्त बनाने के लिए 'कचरा मुक्त भारत' अभियान शुरू किया है।

फिक्की द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका, इग्लैंड, जर्मनी जैसे विकसित देशों में प्लास्टिक की प्रति व्यक्ति खपत 100 किलो है जबकि इन देशों के मुकाबले भारत में प्लाटिक की प्रति व्यक्ति खपत 11 किलो है। इसके बावजूद भारत में कचरे की समस्या गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि यहां कचरे को सही तरीके से मैनेज और रिसाइकल नहीं किया जाता।

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