जयपुर: व्यक्ति अपने शरीर को सुगन्धित रखने के लिए इत्र का इस्तेमाल करता हैं। सौंदर्य प्रसाधन के साथ ही इत्र का ज्योतिषीय महत्व भी हैं। सभी पूजा-पाठ में इत्र को काम में लिया जाता हैं। लेकिन क्या जानते है कि इत्र का इस्तेमाल ज्योतिषीय उपायों में भी होता है जो जीवन की परेशानियों को दूर करते हैं। इत्र के उन्हीं ज्योतिषीय उपायों में है जिनकी मदद से जीवन सुखमय होता है,उन उपायों के बारे में।
* यदि कोई स्त्री लाल सिंदूर, इत्र की शीशी, चने की दाल और कैसर का दान करें तो इस उपाय से उस स्त्री के पति की आयु में वृद्धि होती हैं।शुक्र को जगाने के लिए आचरण की शुद्धि अत्यंत आवश्यक है। जातक या जातिका को परफ्यूम या इत्र का प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा जब भी समय मिले शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को माता लक्ष्मी को इत्र एवं श्रृंगार की वस्तुएं भेट करें। इस उपाय से पति पत्नीं के बीच जहां प्रेम बढ़ेगा वहीं घर में धन एवं समृद्धि भी बरकरार रहेगी।
* पति-पत्नी में प्रेम बना रहे इसके लिए पत्नी बुधवार को तीन घंटे का मौन रखें। इसके बाद शुक्रवार को अपने हाथ से साबूदाने की खीर में मिश्री डालकर बनाए और अपने पति और घर के बाकि सदस्यों को खाने के लिए दें और इसी दिन मंदिर में या किसी व्यक्ति को इत्र का दान करें एवं अपने कक्ष में भी इत्र रखें। इस उपाय से दोनों के प्रेम में अवश्य ही वृद्धि होगी और संबंध मजबूत रहेगा।
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* यदि आप चाहते कि आपका पर्स हमेशा नोटों से भरा रहे तो आप अपने भूरे रंग के पर्स में दस रुपए के दो और 20 रुपए का दो नोट चंदन का इत्र लगाकर रखें।* यदि आपका जन्म बुधवार या बुध नक्षत्र को हुआ है तो आप बुधवार के दिन चमेली का तेल या चमेली के इत्र को पीपल के पेड़ पर छिड़के। इससे इस नक्षत्र के लोगों को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
* राहू को शांत करने के लिए जल में चंदन का इत्र डालकर उससे नहाएं| इससे राहु कुछ हद तक शुभ असर देने लगेगा।
* यदि आप अपने ऑफिस के लोगों पर प्रभाव डालना चाहते हैं कि आप मोगरा, रातरानी या चंदन का इस्तेमाल करेंगे तो सभी आपसे खुश रहेंगे।
* दीपावली के दिन पूजन के समय तेज सुगंध और इत्र का प्रयोग करें। ऐसी मान्यता है कि इस दिन अच्छे और तेज इत्र का प्रयोग करने से लक्ष्मी की कृपा तुरंत प्राप्त होती है और घर में धन संबंधी कभी समस्याएं उत्पन्न नहीं होती।