Sabse Khatarnak Tanashah: दुनिया का सबसे खतरनाक तानाशाह, जिसने गलती के लिए बुआ और भाई को भी नहीं छोड़ा
North Korea Ka Sanki Tanashah: किम जोंग उन उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता हैं। वह उत्तर कोरिया का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके दादा किम इल-सुंग उत्तर कोरिया के संस्थापक थे।;
Duniya Ka Sabse Khatarnak Tanashah Kim Jong UN: किम जोंग उन (Kim Jong Un) का जन्म 8 जनवरी,1984 को हुआ, हालांकि उत्तर कोरियाई सरकार (North Korean Government) ने उनके जन्म के साल को लंबे समय तक गुप्त रखा। उनका परिवार उत्तर कोरिया का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली परिवार था। वे किम जोंग इल और उनकी तीसरी पत्नी को योंग-हुई के पुत्र हैं। किम इल-सुंग (उत्तर कोरिया के संस्थापक) उनके दादा थे।
गुप्त बचपन और उत्तराधिकार की योजना
किम जोंग उन का बचपन अधिकांश समय रहस्यमय रहा। उत्तर कोरिया (North Korea) में उनके बारे में अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई थी। किम जोंग इल (Kim Jong-il) ने उन्हें अपने उत्तराधिकारी के रूप में चुना, जबकि किम जोंग-नाम को परिवार से दूर कर दिया गया था। बचपन से ही उन्हें सैन्य और राजनीतिक मामलों की समझ विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
विदेशी शिक्षा और जीवनशैली (Kim Jong Un Education And Lifestyle)
किम जोंग उन ने 1998 से 2000 तक स्विट्ज़रलैंड के बर्न में स्थित इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ाई की। वे ‘पाक-उन’ नाम के छद्म नाम का उपयोग करते थे। स्कूल के उनके सहपाठियों के अनुसार, वे शर्मीले और जिद्दी थे। उनकी पढ़ाई औसत दर्जे की थी। लेकिन बास्केटबॉल और पश्चिमी संस्कृति में उनकी गहरी रुचि थी।
शिक्षा पर विवाद- कुछ रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की। यह भी कहा जाता है कि वे उत्तर कोरिया लौटकर सैन्य प्रशिक्षण और राजनीतिक शिक्षा में शामिल हो गए।
सत्ता की ओर यात्रा और शासन की शुरुआत (Kim Jong Un Political Career)
2011 में किम जोंग इल की मृत्यु के बाद, 27 वर्षीय किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता (Supreme Leader of North Korea) का पद संभाला। यह उत्तर कोरिया की राजनीति के लिए एक बड़ा बदलाव था क्योंकि किम अपेक्षाकृत युवा और अनुभवहीन थे। उन्हें ‘महान उत्तराधिकारी’ और ‘युवा जनरल’ के रूप में प्रचारित किया गया।
शासन की प्राथमिकताएँ
सत्ता में आने के तुरंत बाद, किम जोंग उन ने अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कठोर कदम उठाए। उन्होंने सरकार, सेना और पार्टी के शीर्ष नेताओं को हटाकर अपने वफादारों को नियुक्त किया। 2013 में अपने चाचा जांग सोंग-थेक को देशद्रोह के आरोप में मार दिया। किम ने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को तेजी से विकसित किया। उन्होंने कई मिसाइल परीक्षण किए और विश्वभर में भय का माहौल बनाया।
परमाणु हथियार और अंतरराष्ट्रीय विवाद (Nuclear Weapon)
किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया को एक परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित किया। उन्होंने 6 प्रमुख परमाणु परीक्षण किए, जिनमें हाइड्रोजन बम का परीक्षण भी शामिल है। मिसाइल परीक्षणों ने जापान, दक्षिण कोरिया और अमेरिका को सतर्क कर दिया।
किम की नीतियों के कारण संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने उत्तर कोरिया पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए। इन प्रतिबंधों ने उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया। देश में खाद्य संकट और गरीबी की स्थिति और खराब हो गई।
किम जोंग उन की क्रूरता और विवाद (Kim Jong Un Cruelty And Controversy)
किम जोंग उन ने अपने शासन को मजबूत करने के लिए अपने परिवार के सदस्यों और विरोधियों को खत्म कर दिया। 2017 में मलेशिया में एक रासायनिक विष का उपयोग करके सौतेले भाई किम जोंग-नाम की हत्या कर दी गई। चाचा जांग सोंग-थेक को 2013 में सरेआम फांसी दे दी गई।
मानवाधिकारों का हनन -उत्तर कोरिया में किम जोंग उन के शासनकाल में मानवाधिकारों का व्यापक हनन हुआ। श्रमिक शिविरों में लाखों लोग अमानवीय परिस्थितियों में रहते हैं।. राजनीतिक विरोधियों को यातना और फांसी दी जाती है। आम नागरिकों पर सख्त निगरानी रखी जाती है।
व्यक्तिगत जीवन (Kim Jong Un Personal Life)
किम जोंग उन की पत्नी का नाम री सोल-जू (Kim Jong Un Wife Ri Sol-ju) है। वे एक पूर्व गायिका और चीयरलीडर थीं। उनकी शादी 2009 में हुई थी। किम के तीन बच्चे (Kim Jong Un Children) हैं, लेकिन उनकी पहचान गुप्त रखी गई है। उन्हें महंगी घड़ियों, कारों और शराब का शौक है। वजन बढ़ने और धूम्रपान की आदतों ने उनकी स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा दिया है।
उत्तर कोरिया में खाद्य संकट (Food Crisis In North Korea) चरम पर है। सरकार की नीतियों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण लाखों लोग कुपोषण से जूझ रहे हैं। इंटरनेट और मीडिया पर सरकार का पूरा नियंत्रण है। लोगों को केवल सरकारी प्रचार से जानकारी मिलती है।
स्वास्थ्य पर अटकलें
2020 और 2021 में उनकी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर कई बार उनकी मौत की अफवाहें उड़ीं। हालांकि, बाद में वे सार्वजनिक रूप से प्रकट हुए।
उत्तर कोरिया में सर्वोच्च नेता (Supreme Leader of North Korea) का पद किसी भी व्यक्ति को नहीं दिया जाता, बल्कि इसके लिए एक विशेष वंश से संबंधित होना अनिवार्य है। इसे बेकडू वंश के नाम से जाना जाता है। अब तक देश में तीन सर्वोच्च नेता हुए हैं, जो इसी वंश से संबंध रखते हैं।
किम इल सुंग (1948-1994): किम इल सुंग ने 1948 में उत्तर कोरिया में साम्यवादी राष्ट्र की स्थापना की और देश के पहले सर्वोच्च नेता बने।
किम जोंग इल (1994-2011): किम इल सुंग के निधन के बाद उनके बेटे किम जोंग इल ने यह पद संभाला।
किम जोंग उन (2011-वर्तमान): किम जोंग इल की मृत्यु के बाद उनके बेटे किम जोंग उन 2011 से देश के सर्वोच्च नेता हैं।
किम जोंग उन के बारे में रोचक जानकारियां (Kim Jong Un Interesting Facts In Hindi)
किम जोंग उन का जन्म 8 जनवरी, 1982 को हुआ था। उनके दादा, किम इल सुंग, ने उत्तर कोरिया की स्थापना की थी और देश को साम्यवादी राज्य के रूप में स्थापित किया। किम जोंग उन ने अपने दादा और पिता की परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए उत्तर कोरिया की सत्ता संभाली।
विदेश में शिक्षा और गुप्त पहचान- किम जोंग उन ने 16 वर्ष की आयु में पढ़ाई के लिए स्विट्जरलैंड का रुख किया। उन्होंने 1998 से 2000 तक लिबेफेल्ड स्टेनहोल्जी स्कूल में पढ़ाई की। उनकी पहचान गुप्त रखने के लिए उन्हें उत्तर कोरियाई एंबेसी के एक कर्मचारी का बेटा बताया गया। उनका नाम बदलकर पाक-उन या उन-पाक रखा गया।
शिक्षा के दौरान उपस्थिति और प्रदर्शन- किम जोंग उन के स्कूल के रिकॉर्ड के अनुसार, पहले साल में उन्होंने केवल 75 दिन और दूसरे साल में 105 दिन तक ही कक्षाओं में भाग लिया।उनकी शैक्षणिक प्रदर्शन औसत से भी नीचे था।
किम जोंग उन के सहपाठियों ने उन्हें एक शर्मीले छात्र के रूप में वर्णित किया। उनके एक मित्र ने दावा किया कि किम ने उसे बताया था कि वह उत्तर कोरिया के सबसे बड़े नेता का बेटा है। उन्हें बास्केटबॉल, कंप्यूटर गेम्स और ड्रॉइंग का बहुत शौक था। किम जैकी चेन के बड़े प्रशंसक थे और उनकी फिल्में देखना पसंद करते थे।
इसने साल 2013 में अपने ही फूफा को बेरहमी से मरवा दिया था। किम जोंग उन ने अपने फूफा को भूखे शिकारी कुत्तों के सामने डलवा दिया था। 120 शिकारी कुत्तों ने किम के फूफा जेंग सेंग थाएक को नोच डाला था।
जिस तरह किम ने अंकल जेंग सेंग को ठिकाने लगाया। उसी तरह उनकी पत्नी और अपनी बुआ क्योंग को भी मौत दी थी। वो किम की खिलाफत करने लगी थीं और इस तानाशाह को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। उसने अपनी बुआ को भी मारने का फरमान सुना दिया।
एक बार किम जोंग ने उत्तर कोरिया के रक्षा प्रमुख ह्योंग योंग को ही मरवा दिया। उनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने किम जोंग के सामने झपकी लेने की हिमाकत कर दी थी।
पिता की मौत पर जो नहीं रोया उसे दी मौत की सजा
चार साल पहले जब किम जोंग के पिता किम जोंग इल की मौत हुई थी। तब भी कई लोगों को मौत की सजा दी गई थी। दरअसल किम जोंग ने फरमान सुनाया था कि जब उसके पिता का जनाजा निकलेगा तो सभी को रोना पड़ेगा। उस रोज प्योंगयांग की सड़कों पर हजारों लोग थे। लेकिन जो नहीं रोया उसकी मौत आ गई।
2011 में किम जोंग इल की मृत्यु के बाद उन्हें अपने पिता की गद्दी हासिल हुई, जिसके बाद वह नॉर्थ कोरिया के शासक बन गए। कहा जाता है कि किम जोंग उन ने अपने दादा की तरह दिखने के लिए प्लास्टिक सर्जरी (Kim Jong Un Plastic Surgery) भी करवाई है।
इन चीजों पर है सख्त रोक
बाइबल रखने पर किम ने रोक लगा रखी है। पॉर्न सामग्री रखना या देखना सख्त मना है। साउथ कोरियाई में फिल्म देखने पर पाबंदी। गरीबों की तस्वीरें खींचना भी मना है। टूरिस्ट्स मोबाइल फोन, कैमरा, लैपटॉप नहीं रख सकते। गाड़ी खरीदना और जींस पहनना भी मना है।
किम जोंग उन का जीवन और शासन दुनिया के सबसे रहस्यमय और क्रूर शासन की कहानी है। उनका शासन भय, दमन, और विवाद का प्रतीक है। जबकि वे उत्तर कोरिया में अपनी सत्ता को मजबूत बनाए रखने में सफल रहे हैं, उनकी नीतियों ने देश को अत्यधिक पीड़ा और गरीबी में धकेल दिया है। किम का भविष्य और उनका शासन इतिहास में एक गहन चर्चा का विषय बना रहेगा।