व्रत के बाद भी आएगा चेहरे पर चांद सा निखार, जब करवा चौथ पर करेंगी ऐसे श्रृंगार
करवाचौथ के दिन महिलाओं में सजने-संवरने का बहुत क्रेज होता है। ऐसे में महंगे मेकअप के बजाय घरेलू हर्बल प्रसाधनों के उपयोग से आप हुस्न के जलवे बिखेर सकती है और दमकती नजर आएंगी, चाहे मौसम का मिजाज कुछ भी हो।
जयपुर: करवाचौथ के दिन महिलाओं में सजने-संवरने का बहुत क्रेज होता है। ऐसे में महंगे मेकअप के बजाय घरेलू हर्बल प्रसाधनों के उपयोग से आप हुस्न के जलवे बिखेर सकती है और दमकती नजर आएंगी, चाहे मौसम का मिजाज कुछ भी हो। कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से महिलाओं के सौंदर्य में चांद जैसा निखार उभरता है।
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जयपुर की सौंदर्य विशेषज्ञ सोनम पहाड़ी का कहना है कि आजकल महिलाओं में सजने संवरने के लिए ब्यूटी पार्लर जाने का प्रचलन ज्यादा बढ़ गया है, वो कहती है कि अगर आप सचमुच सबसे अलग दिखना हैं तो इस त्योहार की तैयारियां हफ्ते भर पहले कर लें और इसके घरेलू हर्बल प्रसाधनों के उपयोग करें। उन्होंने कहा कि करवाचौथ से तीन दिन पहले हाथों और पांवों की सुंदरता पर फोकस करने के बाद मेहंदी लगाएं। मेहंदी लगाने के दो घंटे बाद नींबू और चीनी के मिश्रण से इसे हटा दें।
अपनी त्वचा को साफ करके उस पर सनस्क्रीन और माइस्चराइजर का उपयोग कीजिए। तैलीय त्वचा के लिए एस्ट्रीजंट लोशन का प्रयोग करने के बाद पाउडर लगाएं। तैलीय त्वचा के लिए ज्यादा पाउडर का प्रयोग न करें और चेहरे के तैलीय भागों पर ही ध्यान दें। पूरे चेहरे तथा गर्दन पर हल्की गीली स्पंज से पाऊडर का प्रयोग करें। इससे चेहरे का सौंदर्य लंबे समय तक बना रहता है। दो चम्मच गेहूं का चोकर, एक चम्मच बादाम तेल, दही, शहद और गुलाबजल का पेस्ट बनाकर इसे चेहरे पर लगाकर 20 मिनट बाद धोने से चेहरे की सुंदरता निखर जाती है तथा चेहरा खिला खिला रहता है।
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अगर फाउंडेशन का प्रयोग करना चाहती हैं तो केवल जल आधरित फाउंडेशन का ही प्रयोग करें। हल्के कवरेज के लिए एक या दो बूंद पानी प्रयोग में ला सकती हैं। फाउंडेशन जितना भी संभव है, त्वचा के रंग से मेल जोल खाती होनी चाहिए तथा उसके बाद पाउडर का उपयोग करें। चेहरे पर प्राकृतिक आभा के लिए अच्छी तरह ब्लैड करके गालों को ब्लशर से चमकाएं।
आंखों की सुंदरता के लिए अपनी पलकों को पेंसिल या काजल से चमकाएं। आंखों को प्रभावकारी बनाने के लिए पलकों पर भूरी या स्लेटी आई शैडों का प्रयोग करें तथा इसके बाद मस्कारा का प्रयोग करें, जिससे आंखों पर चमक आ जाएगी तथा मेकअप में भारीपन की दिखावट भी नहीं होगी। मस्कारा को एक भारी मुलम्मे की बजाय दो हल्की तहों में करना चाहिए। पहला कोट करने के बाद इसे सूखने दें तथा इसे कंघी या ब्रश कर लें। इसके बाद दूसरा कोट कीजिए तथा पहली प्रक्रिया को दोहराइए। इसके बाद दूसरा कोट कीजिए तथा पहली प्रक्रिया को दोहराइए।
लिपस्टिक की सुंदरता के लिए घने गहरे रंगों का उपयोग न करें, क्योंकि चमकीली लाइट में यह ज्यादा गहरे दिखाई देते हैं, जिससे आपकी आभा पर विपरीत असर दिखाई देता है।सौंदर्य पर चार चांद लगाने के लिए गुलाबी, ताम्रवर्णी, कांस्यवर्णी रंगों का प्रयोग करें। नारंगी रंग या नारंगी शेड का प्रयोग फैशन का नया प्रचलन है। विकल्प के तौर पर आप हल्के बैंगनी तथा गुलाबी रंगों का प्रयोग भी कर सकती है, लेकिन यह सभी रंग अत्यधिक चमकीले नहीं होने चाहिए।
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बिंदी करवाचौथ के सौंदर्य का अभिन्न अंग मानी जाती है। अपनी पोशाक से मिलते जुलते रंग की सजावटी बिंदी का प्रयोग करें। छोटे चमकीले रत्नों से जड़ित बिंदी काफी आर्कषक लगती है। अपने सौंदर्य में इत्र लगाना कभी न भूलें, क्योंकि यह सोने पर सुहागे का काम करता है।उचित जीवनशैली अपनाने से चहेरे पर चमक तथा उत्साह की झलक मिलती है। तेजस्वी आभा के लिए उचित पोषाहार, व्यायाम, पर्याप्त नींद, तथा विश्राम अत्यंत आवश्यक है। त्योहार से कुछ हफ्ते पहले हल्का व्यायाम तथा पैदल चलने की आदत डालनी चाहिए। पैदल चलना शारीरिक तथा मानसिक स्वस्थ्य दोनों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होता है। मन की शांति तथा स्वास्थ्य के लिए लंबी गहरी सांसें सबसे ज्यादा लाभप्रद मानी जाती है।
करवाचौथ में मुख्यता परंपारिक पोशाकों तथा परिधनों को ही पसंद किया जाता है, क्योंकि इनका संबंध व्रत तथा पूजा-अर्चना से सीधे तौर पर जुड़ा है। हालांकि बदलते आधुनिक परिवेश में फिल्मों तथा फैशन का प्रभाव भी कुछ हद तक इस व्रत में दिखने में मिल जाता है।