Maha Shivratri Upay 2024: महाशिवरात्रि पर करें इन सामग्रियों के साथ भोलेनाथ की पूजा, धन की कभी नहीं होगी कभी कमी

Mahashivratri Upay 2024: महाशिवरात्रि पर जानिए कैसे मिलेगी आपको महादेव की विशेष कृपा, होगी धन वर्षा और पूजन सामग्री की लिस्ट पर एक नज़र डाल लीजिये।

Update:2024-03-07 22:20 IST

Maha Shivratri Upay 2024 (Image Credit-Social Media)

Mahashivratri Upay 2024: भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित हिंदू त्योहार आज यानि 8 मार्च शुक्रवार को पूरे भारत में मनाया जा रहा है । शिवरात्रि या महाशिवरात्रि हिंदू मंदिरों में पूरी भव्यता के साथ मनाया जाता है, भगवान शिव से भक्त प्रार्थना करते हैं और उपवास भी रखते हैं। आइये जानते हैं इस साल भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने का सबसे सही मुहूर्त क्या है और क्या क्या विशेष सामग्री आप महादेव को अर्पित करें जिससे उनकी विशेष कृपा आप पर हो।

महाशिवरात्रि पर ऐसे होगी धन वर्षा

हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाती है। आइये जानते हैं महाशिवरात्रि के पूजन का सही मुहूर्त क्या है और इस दिन महादेव को क्या क्या सामग्री चढ़ानी चाहिए।

महाशिवरात्रि 2024 का पूजन का सही समय

महाशिवरात्रि का व्रत और पूजन आज है इस दिन 4 प्रहर की पूजा मुहूर्त का महत्व होता है। ऐसे में आपको बता दें कि महाशिवरात्रि की रात्रि की प्रथम प्रहर पूजा का मुहूर्त शाम 06 बजकर 25 मिनट से रात 09 बजकर 28 मिनट तक है। वहीँ महाशिवरात्रि की रात्रि के दूसरे प्रहर के पूजा का मुहूर्त रात 09 बजकर 28 मिनट से रात 12 बजकर 31 मिनट तक है। वहीं रात्रि के तीसरे प्रहर की पूजा का मुहूर्त देर रात 12 बजकर 31 मिनट से सुबह 03 बजकर 34 मिनट तक है। उसके बाद महाशिवरात्रि की रात्रि के चौथे प्रहर की पूजा का मुहूर्त 9 मार्च को प्रात: 03 बजकर 34 मिनट से सुबह 06 बजकर 37 मिनट तक रहेगा रहेगा।

महाशिवरात्रि पर महादेव को अर्पित करें ये सामग्री

महाशिवरात्रि के दौरान व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है। भगवान शिव के भक्त मंदिर जाते हैं और भगवान शिव को 'पंचामृत' चढ़ाते हैं। पंचामृत दूध, दही, शहद, चीनी और घी का मिश्रण है। भगवान शिव को बेल पत्र, धतूरे का फूल, दही, घी, चंदन चढ़ा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, इस दिन दूध से बनी मिठाइयाँ और उससे बने उत्पाद जैसे बर्फी, पेड़ा और पायसम/खीर भी भगवान को अर्पित किया जा सकता है।

इस पूजा के दौरान भक्तों को कभी भी कुमकुम के तिलक का प्रयोग नहीं करना चाहिए और चंदन के लेप को प्राथमिकता देनी चाहिए। वहीँ पूजन सामग्री के लिए आप पंचमेवा, फल, मिट्टी के दीपक, नारियल (पानी वाला), एक रक्षासूत्र, पीली सरसों, अक्षत, कुशासन, मिष्ठान, गन्ने का रस, तिल, जौ, चंदन, रुद्राक्ष, कुमकुम, भस्म, केसर, सिंदूर, इलायची, धूप, बत्ती, घी, शक्कर, दूध, दही, गंगाजल, मधु, गुड़, कपूर, पान के पत्ते, सुपारी, लौंग, इलायची, वस्त्र, मां पार्वती के लिए 16 श्रृंगार या सुहाग का सामन, बेलपत्र, फूल, भांग, धतूरा, आम का पत्ता, शमी के पत्ते, माचिस, आरती और चालीसा की पुस्तक, दान सामग्री, हवन सामग्री आदि आपको चाहिए होंगे।

कहते हैं महादेव की विधिवत पूजा करने से भक्तों को सुख समृद्धि मिलती है साथ ही जीवन में धन की नहीं होने पाती है।   

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