आ गई रिपोर्ट: इस वजह से मच रही तबाही, WHO ने बताई ये बड़ी वजह

सके साथ ही टेड्रोस ने यह भी कहा कि दुनिया में आज भी लगातार कोरोना के मामलों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि जिन नियमों का पालन करने के लिए मैंने कहा था, उनका पालन नहीं किया जा रहा है।

Update:2020-07-16 17:14 IST

अमेरिका और एशिया के कुछ देशों पर आरोप लगाते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेस ने कहा है कि दुनिया में कोरोना संक्रमण बढ़ने के खास जिम्मेदार यह हैं। इसके साथ ही टेड्रोस ने यह भी कहा कि दुनिया में आज भी लगातार कोरोना के मामलों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि जिन नियमों का पालन करने के लिए मैंने कहा था, उनका पालन नहीं किया जा रहा है।

ये हैं बेहतर नियम -

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ सुरक्षा नियमों को जारी किया था जब कोरोना संक्रमण पूरी दुनिया में फैल रहा था और लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही थी।उन्होंने कहा कि यदि इस संक्रमण को रोकना है तक तो पूरी दुनिया में सभी को इन नियमों का पालन करना होगा - मास्क का उपयोग करें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें और बार-बार समय से हाथ धोते रहें।

-इन नियमों को पालन करने के लिए लोगों को शुरआत में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ा था।यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने भी लंबे समय तक मस्क का उपयोग नहीं किया था लेकिन अब उन्होने इसका महत्व माना और उसका खुद भी उपयोग किया और दूसरों से भी कराया।

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आखिर क्यों डर रहा है डब्लूएचओ ?

-इस संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या के लिए ट्रेड्रोस ट्रंप पर आरोप लगा रहे है।इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ टेड्रोस पर अमेरिका ने यह आरोप लगाया था कि उन्होंने कोरोना से जुड़ी जानकारी छिपाई है। आखिर ट्रंप को क्यों दोष दिया जा रहा है इन सब का आइए जानते है।

-दरअसल, ट्रंप ने लोगों के घरों में बंद रहने और मस्क लगाने के लिए साफ इंकार कर दिया था।जिसके बाद लोग अपना रोज की तरह जीवन जी रहे थे लेकिन उसी बीच इस बीमारी ने तेजी से फैलना शुरू कर दिया।

-अपनी चिंता जाहिर करते हुए टेड्रोस ने कहा है कि अमेरिका और एशिया के कुछ देशों में डब्लूएचओ के जारी नियमों को ना मानने के कारण ही कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

-अमेरिका के बाद WHO अब ब्राजील के राष्ट्रपति को दोषी मान रहा है क्योंकि दुनिया भर में इस वायरस से ब्राजील में सबसे अधिक मरने वालों की संख्या 75 हजार है। ब्राजील के राष्ट्रपति भी कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क और लॉकडाउन का विरोध करते रहे हैं।

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ये नियम है महत्वपूर्ण

-हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना संक्रमण के खतरे को काफी हद तक कम करने के लिए मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का उपयोग करना बेहतर है।हालांकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कोरोना से बचने के लिए।

-अगर फिर भी इन नियमों का पालन करने के बाद भी किसी व्यक्ति को कोरोना हो जाता है तो घबराने की बात नहीं है।यदि उसे समय पर इलाज मिल जाए तो यह संक्रमण बहुत घातक स्तर पर नहीं पहुंचेगा।

-इस संक्रमण का ज्यादा असर इसलिए नहीं होता है क्योंकि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के कारण कोरोना ड्रॉपलेट्स संख्या बहुत मामूली होती है।इस कारण आपके शरीर की इम्यूनिटी ही उस वायरस को खत्म करने का काम कर सकती है।

-आपको बहुत मामूली सिंप्टम्स होंगे अगर आप इस वायरस के कारण बीमार भी पड़ते हैं तो।साथ ही आपके स्वस्थ होने की संख्या और अधिक ज्यादा हो जाएगी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करनेवाले लोगों के मुकाबले।

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