16 घंटे तक रॉबर्ट वाड्रा के ठिकानों पर छापेमारी के बाद रात 3 बजे लौटी ED
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगियों के दिल्ली और बेंगलुरू समेत तीन ठिकानों पर छापेमारी की है।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगियों के दिल्ली और बेंगलुरू समेत तीन ठिकानों पर छापेमारी की है। बताया जा रहा है ईडी ने छापेमारी की ये कार्रवाई वित्तीय परिसंपत्तियां जमा करने के दृष्टिगत की है। वाड्रा के वकील ने ईडी की ओर से दिल्ली में तीन स्थानों पर छापेमारी होना स्पष्ट किया है।
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वहीं, इस मामले में ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि वाड्रा के करीबी के दिल्ली और बेंगलुरू परिसर में भी छापेमारी की गई। यह भी दावा किया गया है कि ये छापेमारी रक्षा सौदों में प्राप्त करने वाले कथित सहयोगियों के खिलाफ की गई। बता दें, ईडी ने राजस्थान के सीमावर्ती शहर बीकानेर में पिछले महीने नवंबर में भूमि घोटाले के सिलसिले में धन शोधन की जांच को लेकर वाड्रा को तलब किया था।
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उधर, जांच की बात करें तो ईडी ने यह कार्रवाई करीब 16 घंटे तक चलाई। इस दौरान स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी के एडवोकेट तबरेज ने ईडी पर आरोप भी लगाया है। एडवोकेट तबरेज का कहना है कि दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित वाड्रा के ऑफिस में ईडी ने दरवाजा तोड़ दिया और फिर अंदर घुसी। यही नहीं, ईडी ने छापेमारी के समय कर्मचारियों को 13 से 14 घंटे तक बंद रखा। वहीं, छापेमारी के बाद ईडी की टीम रात 3 बजे लौटी वापस लौटी है।
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एडवोकेट तबरेज ने ईडी पर ये भी आरोप लगाया कि वाड्रा के ऑफिस के बाहर जो सीसीटीवी कैमरा लगे थे, उसे भी ईडी ने तोड़ दिया। यहां ईडी ने न सिर्फ कर्मचारियों को बंदी बनाया बल्कि पूरे ऑफिस को भी तहस-नहस कर दिया। उन्होंने दफ्तर के सभी केबिन के ताले भी तोड़ दिए।