बिहार चुनावः महागठबंधन में मारामारी, राजद एकला चलो पर
महागठबंधन में शामिल दूसरे दल अभी तक सीटों को लेकर उहापोह में फंसे हुए हैं मगर राजद ने अकेले करीब 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी तेज कर दी है।
अंशुमान तिवारी
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीटों को लेकर पेंच फंस गया है। महागठबंधन में शामिल दूसरे दल अभी तक सीटों को लेकर उहापोह में फंसे हुए हैं मगर राजद ने अकेले करीब 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी तेज कर दी है। सीटों के मुद्दे पर राजद की सहयोगी दलों से कोई बातचीत भी नहीं हो रही है। महागठबंधन में समन्वय समिति की मांग करने वाले दल सीटों को लेकर परेशान हैं।
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राजद की 150 सीटों पर तैयारी
सियासी जानकारों का कहना है की राजद ने विधानसभा की करीब 150 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना लिया है और अंदरखाने इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी गई है। सीटों के बंटवारे को लेकर राजद की ओर से एक चतुराई भरी योजना बनाई गई है। 150 सीटों के बाद बाकी बची 93 सीटों को राजद कांग्रेस के खाते में डाल देना चाहता है।
सीधी बातचीत के पक्ष में नहीं है राजद
राजद सीटों के बंटवारे पर सहयोगी दलों के साथ सीधी बातचीत के पक्ष में नहीं है। राजद ने सभी सीटें कांग्रेस के खाते में डाल देने की योजना बनाई है। राजद अब यह जिम्मेदारी कांग्रेस को सौंप देना चाहता है कि वह सहयोगी दलों से बातचीत कर उन्हें सीटे बांट दे।
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राजद ने चली सियासी चाल
राजद ने यह सियासी चाल बहुत सोच समझ कर चली है। महागठबंधन में शामिल रालोसपा और हम जैसे सहयोगी दल अभी तक कांग्रेस के जरिए ही राजद पर दबाव बनाने में जुटे हुए थे। इसलिए राजद ने अपनी सीटें लेने के बाद बाकी सीटें कांग्रेस के खाते में डाल कर गजब की सियासी चाल चली है।
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एक तीर से दो निशाने
राजद ने एक तीर से दो निशाना साधने की कोशिश की है। इस कदम के बाद राजद सहयोगी दलों की नाराजगी का शिकार भी नहीं होगा और कांग्रेस को भी शिकायत करने का मौका नहीं मिलेगा। सीटों की लड़ाई में राजद अब यह जवाब देने में सक्षम हो जाएगा कि हमने तो आपको 93 सीटें दे दीं मगर आपने बांट डाली तो क्या किया जा सकता है।
व्हाट्सएप ग्रुपों का सहारा
राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग से कोरोना और बाढ़ की स्थितियों को देखते हुए चुनाव टालने की मांग की है मगर अंदरखाने पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी की जा रही है। राजद को इस बात का अंदेशा है कि आयोग की ओर से समय पर चुनाव कराए जा सकते हैं। राजद ने अभी तक चुनाव प्रचार के लिए वर्चुअल रैलियों का सहारा नहीं लिया है मगर उसकी जगह व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिए लोगों तक अपनी बात पहुंचाई जा रही है।
राजद का वार रूम सक्रिय
चुनावी तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का कहना है कि कोई भी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों के बारे में मीडिया से कोई जानकारी नहीं शेयर करता। वैसे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पर राजद का छोटा वार रूम लोकसभा चुनाव के समय से ही सक्रिय बना हुआ है।
पार्टी की ओर से बूथ स्तर तक व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। बड़े बूथों के व्हाट्सएप ग्रुप में 35 और छोटे बूथों के व्हाट्सएप ग्रुप में 15 से 20 लोग जुड़े हुए हैं। इन ग्रुपों पर लगातार मैसेज भेजकर उन्हें राजद से जोड़ने की कोशिश की जा रही है।
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