शिवराज-सिंधिया देखते रह गए, इस दिग्गज नेता ने थाम लिया कांग्रेस का हाथ
मध्य प्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर आई है। यहां बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे और बाद में उनके ही खिलाफ पार्टी के अंदर विरोध के स्वर मुखर करने वाले पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने पार्टी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
भोपाल: मध्य प्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर आई है। यहां बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है। कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे और बाद में उनके ही खिलाफ पार्टी के अंदर विरोध के स्वर मुखर करने वाले पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने पार्टी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इससे पूर्व में ही वे कांग्रेस में रह चुके हैं।
उनके साथ उनके बेटे अजीत बौरासी ने भी रविवार दोपहर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में फिर कांग्रेस की सदस्यता ले ली। पार्टी की सदस्यता लेने से पहले वे पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से मिले थे। उस वक्त पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के साथ कांग्रेस के अन्य नेता भी कमलनाथ के आवास पर मौजूद थे।
क्या प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश की तरफ़ भी देख रहे हैं ?
ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि गुड्डू सांवेर कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा सीट से उपचुनाव में खड़े हो सकते हैं और तुलसी सिलावट के खिलाफ ताल ठोकेंगे।
गौरतलब है कि साल- 2018 के विधानसभा चुनाव के समय गुड्डू और उनके बेटे अजीत बौरासी ने कांग्रेस पार्टी से अलग होकर बीजेपी ज्वाइन किया था। बताते चले कि रविवार को कांग्रेस में पुन: वापसी करने के बाद गुड्डू ने कहा कि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से परेशान होकर कांग्रेस छोड़ी थी।
बीजेपी में रहते हुए गुड्डू ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसीराम सिलावट पर लगातार जबानी हमाला कर रहे थे। इस संबंध में भाजपा संगठने ने जब उन्हें नोटिस दिया तो गुड्डू ने कहा था कि वे तो पहले ही भाजपा से इस्तीफा दे चुके है। सांवेर से कांग्रेस के विधायक रहे तुलसीराम सिलावट के भाजपा में जाने के बाद प्रेमचंद गुड्डू के वापस कांग्रेस में आने की चर्चा जोरो पर थी।