समाप्त होगा किसान आंदोलन? स्वामी ने सुझाया गतिरोध खत्म करने का ये फार्मूला

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सरकार और किसान के बीच जारी गतिरोध को सुलझाने का फॉर्मूला सुझाया है। उन्होंने कहा है कि अगर इन फॉर्मूलों पर अमल किया गया तो सरकार और किसानों के बीच चल रहे गतिरोध का हल निकल सकता है।

Update: 2021-02-02 13:35 GMT
किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुझाया फॉर्मूला

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के विरोध में किसान बीते ढाई महीने से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे हैं। इस बीच किसान नेता ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि ये आंदोलन अक्टूबर महीने तक जारी रहेगा। जहां एक और किसान नेता ने आंदोलन ना खत्म होने की बात कही है तो इस बीच बीजपी नेता ने ये प्रदर्शन खत्म कराने का फॉर्मूला सुझाया है।

सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सुझाया गतिरोध खत्म करने का फॉर्मूला

जी हां, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने सरकार और किसान के बीच जारी गतिरोध को सुलझाने का फॉर्मूला सुझाया है। उन्होंने कहा है कि अगर इन फॉर्मूलों पर अमल किया गया तो सरकार और किसानों के बीच चल रहे गतिरोध का हल निकल सकता है।

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ट्विट कर दी ये सलाह

बीजेपी नेता ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि बीजेपी के करीब दर्जन सांसदों ने मुझसे इस बारे में पूछा कि किसान आंदोलन से कैसे निपटा जाए। मैंने सलाह दी कि सभी एक्ट को लागू करने के लिए नियम ये होने चाहिए कि कानून उन्हीं राज्यों में लागू होंगे, जहां कि सरकार केंद्र से कानून लागू करने की मांग करेगी। इस बात पर सभी सांसदों ने अपनी सहमति जताई है।

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पहले भी कई बार आंदोलन पर रख चुके हैं अपनी बात

आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने किसान आंदोलन पर कुछ टिप्पणी की हो, बल्कि वो लगातार इस विषय पर अपनी बात रखते आए हैं। उन्होंने किसान हिंसा के बाद भी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को स्थिति से अवगत कराते हुए अलर्ट किया था। उन्होंने अपने 27 जनवरी के एक ट्वीट में लिखा था कि-

किसान आंदोलन (Farmers Protest) में कृषि व्यवसाय से जुड़े दो लोगों के लिए सम्मान खत्म हो गया है। पहला- पंजाब के कांग्रेस-अकाली नेताओं और मिडिलमैन के लिए, दूसरा- मोदी और शाह की कड़े प्रशासक वाली इमेज के लिए। आंदोलन से नक्सलियों, ड्रग कारोबारियों, आईएसआई और खालिस्तानियों का फायदा हुआ है. बीजेपी प्लीज वेक अप!



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