नीतीश के सिर आज सजेगा कांटों का ताज, दो डिप्टी सीएम के साथ इन्हें मिलेगा मंत्री पद
नीतीश कुमार के अलावा 8 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। इनमें भाजपा और जदयू से तीन-तीन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा जबकि एनडीए में शामिल वीआईपी और हम से एक-एक सदस्य को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के बाद एनडीए की ओर से नीतीश कुमार आज एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालेंगे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री के रूप में तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी के भी शपथ लेने की बात तय मानी जा रही है। इन दोनों को भाजपा विधानमंडल दल का नेता और उपनेता चुना गया है।
सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार के अलावा 8 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। इनमें भाजपा और जदयू से तीन-तीन विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा जबकि एनडीए में शामिल वीआईपी और हम से एक-एक सदस्य को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। वैसे इस बार मुख्यमंत्री का पद और नीतीश कुमार के लिए कांटों का ताज माना जा रहा है क्योंकि उन्हें विधानसभा में महागठबंधन पर मामूली बढ़त हासिल हुई है और भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की संख्या भी जदयू से काफी ज्यादा है।
देर रात तक चलता रहा मंथन
नीतीश के नए मंत्रिमंडल को लेकर रविवार को देर रात तक मंथन का दौर चलता रहा। भाजपा विधानमंडल दल के नए नेता चुने गए तारकिशोर प्रसाद देर शाम बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर पहुंचे।
सियासी जानकारों के मुताबिक भाजपा और जदयू के वरिष्ठ नेताओं की रात 11 बजे तक चली बैठक में दो डिप्टी सीएम बनाए जाने पर सहमति बनी है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। तारकिशोर प्रसाद वैश्य समुदाय से ताल्लुक रखते हैं तो भाजपा विधानमंडल दल की नेता चुनी गई रेणु देवी नोनिया समाज से आती हैं।
ये भी पढ़ें...सीमा पर फायरिंग: भारत ने पाकिस्तान को दिया तगड़ा जवाब, कही ये बड़ी बात
इन विधायकों के नाम हैं चर्चा में
जानकारी सूत्रों के मुताबिक भाजपा और जदयू से तीन-तीन विधायकों को मंत्री पद का तोहफा मिल सकता है जबकि वीआईपी और हमसे एक-एक सदस्य मंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा से तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा प्रेम कुमार और मंगल पांडे का शपथ लेना तय माना जा रहा है। दूसरी ओर जदयू से विजेंद्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, श्रवण कुमार और महेश्वर हजारी के नाम चर्चाओं में है। वीआईपी से मुकेश सहनी और हम पार्टी से पार्टी प्रमुख जीतन राम मांझी के बेटे और एमएलसी डॉक्टर संतोष सुमन का शपथ लेना तय माना जा रहा है।
जल्द ही होगा मंत्रिमंडल का विस्तार
सियासी जानकारों के मुताबिक सोमवार को शपथ ग्रहण के बाद जल्द ही नीतीश कैबिनेट का विस्तार किया जाएगा। विस्तार के बाद नीतीश कैबिनेट में कुल 36 मंत्री हो सकते हैं। सियासी जानकारों के मुताबिक भाजपा कोटे से 20 और जदयू कोटे से नीतीश समेत 14 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। वीआईपी और हम पार्टी का प्रतिनिधित्व एक-एक मंत्रियों का होगा।
ये भी पढ़ें...छठ पूजा के लिए सरकार ने जारी की गाइलाइन, इन नियमों का करना होगा पालन
नीतीश कुमार के सिर कांटों का ताज
वैसे इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए सरकार चलाना कठिन काम होगा क्योंकि महागठबंधन भी काफी मजबूत बनकर उभरा है। इसके साथ ही जेडीयू की भूमिका इस बार भाजपा के छोटे भाई की हो गई है क्योंकि जदयू को भाजपा के मुकाबले 31 सीटें कम मिली हैं।
भाजपा ने इस बार के चुनाव में 74 सीटों पर कामयाबी हासिल की है जबकि जदयू को सिर्फ 43 सीटों पर विजय मिली है। इसके बावजूद भाजपा की ओर से नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया गया है। जानकार सूत्रों के मुताबिक नीतीश ने नए मंत्रियों की लिस्ट राजभवन को भेज दी है।
घटक दलों के कहने पर चुनौती स्वीकारी
रविवार को भी एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की मेरी कोई इच्छा नहीं थी। हम चाहते थे कि भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री के तौर पर कमान संभाल ले, लेकिन भाजपा नेताओं और घटक दलों के आग्रह पर मैंने यह चुनौती स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि हम लोगों की बहुत बड़ी जवाबदेही है। इसलिए सबको मिलकर बिहार के विकास के लिए जुटना होगा। पिछले 15 वर्षों के दौरान हम सभी लोगों ने काफी काम किए हैं, लेकिन अभी हमें देखना होगा कि कहां क्या कमी रह गई और उन सभी कामों को अगले 5 साल में तेजी के साथ पूरा करना होगा।
ये भी पढ़ें...कोरोना ने फिर बरपाया कहर: अमित शाह ने बुलाई बड़ी बैठक, हुआ ये बड़ा ऐलान
राजनाथ बोले: नीतीश सरकार ने काफी काम किया
पर्यवेक्षक के रुप में बिहार पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में भाजपा और जेडीयू ने बिहार में काफी काम किया है। दोनों दलों ने जुटकर बिहार के विकास के लिए काम किया है और इससे कोई भी इनकार नहीं कर सकता। बिहार सरकार के विकास के कामों की हर जगह तारीफ होती है और अभी तक किसी मंत्री पर भ्रष्टाचार का कोई दाग नहीं लगा है। उन्होंने नीतीश की अगुवाई में बनने वाली नई सरकार को शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार आगे भी विकास के कामों में जुटी रहेगी।
कार्यकर्ता का पद कोई नहीं छीन सकता
इस बीच डिप्टी सीएम का पद छीने जाने के बाद भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछले 40 वर्षों के दौरान भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे काफी कुछ दिया है। मुझे इतना कुछ मिला है जो शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा। उन्होंने कहा कि आगे भी पार्टी की ओर से मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, मैं उसे पूरी तरह निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि मुझसे कार्यकर्ता का पद कोई नहीं छीन सकता।
ये भी पढ़ें...बारिश-बर्फबारी का अलर्ट: इन राज्यों में बरसेंगे बादल, पड़ेगी हाड़ कंपाने वाली ठंड
केंद्र में मंत्री बन सकते हैं सुशील मोदी
सियासी जानकारों का कहना है कि सुशील कुमार मोदी आगे चलकर नई भूमिका में दिख सकते हैं। सियासी जानकारों के मुताबिक सुशील मोदी को राज्यसभा सदस्य बनाकर केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। मोदी कैबिनेट के विस्तार की चर्चाएं काफी दिनों से हैं और जानकारों का कहना है कि बिहार चुनाव के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। इस विस्तार के दौरान सुशील मोदी को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।