इंडिया गेट पर बैठीं प्रियंका गांधी का धरना खत्म, दिया ये बड़ा बयान
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की घटना को लेकर इंडिया गेट पर सांकेतिक धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी का धरना खत्म हो गया है, धरना खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि देश में लोकतंत्र नहीं तानाशाही है।
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की घटना को लेकर इंडिया गेट पर सांकेतिक धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी का धरना खत्म हो गया है, धरना खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि देश में लोकतंत्र नहीं तानाशाही है।नागरिकता कानून संविधान के खिलाफ है, इसके लागू करके सरकार गलत कर रही है।
प्रियंका गांधी ने कहा...
प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार ने संविधान को एक झटका दिया है, यह राष्ट्र की आत्मा पर हमला है, युवा राष्ट्र की आत्मा हैं। विरोध करना उनका अधिकार है, मैं भी एक मां हूं। आपने उनकी लाइब्रेरी में प्रवेश किया, उन्हें बाहर निकाला और उनकी पिटाई की। यह अत्याचार है, प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस का प्रत्येक सदस्य इसके लिए लड़ेगा, पार्टी छात्र के साथ खड़ी है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा...
इससे पहले नागरिकता कानून को लेकर प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के अन्य नेता भी धरने पर बैठे, इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने जानकारी देते हुए बताया था कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के नेता इंडिया गेट पर सांकेतिक धरने पर बैठेंगे।
इंडिया गेट पर प्रियंका गांधी के साथ गुलाम नबी आजाद, अम्बिका सोनी, मुकुल वासनिक, आशा कुमारी, केसी वेणुगोपाल, पीएल पुनिया भी धरने पर बैठ हुए हैं. धरना स्थल पर तमाम कार्यकर्ता भी एक जुट हो गए हैं।
बता दें कि जामिया में छात्रों के प्रदर्शन के दौरान महिला छात्रों पर कथित तौर पर हिंसा की गई। छात्राओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उन पर हमला किया है, साथ ही कैंपस में आंसू गैस के गोले छोड़े।
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प्रियंका गांधी के साथ-साथ कांग्रेस दिग्गज नेता भी धरने पर बैठे हैं जिसमें केसी वेणुगोपाल, अहमद पटेल, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी और सुस्मिता देव जैसे नेता शामिल हैं।
वह शाम 6 बजे तक धरने पर बैठेंगी उसके बाद कांग्रेस नेताओं के साथ कैंडल मार्च निकालेंगी। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2 घंटे का ये प्रदर्शन 4 बजे शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करना है।
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पुलिस ने रविवार को छात्रों के खिलाफ बल का इस्तेमाल किया था। संशोधित कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए जिसमें बसों को आग लगा दी गई।
लखनऊ में जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष कांग्रेसियों ने रखा उपवास
केन्द्र एवं प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा अलोकतांत्रिक तरीके से किये जा रहे दमन के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को लखनऊ में जीपीओ पार्क स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष ‘उपवास’ रखा। कांग्रेस की मांग है कि असंवैधानिक नागरिकता संशोधित अधिनियम एवं एनआरसी को तुरंत वापस लिया जाए।
कांग्रेस जामिया मिलिया विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय सहित देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में छात्र, छात्राओं के शांतिपूर्ण आन्दोलन के दमन का विरोध कर रही थी।
कांग्रेस का कहना था कि भाजपा द्वारा असंवैधानिक नागरिकता संशोधन अधिनियम के लागू करने का सम्पूर्ण भारत में विरोध हो रहा है। पार्टी का कहना था कि भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में आज चारों तरफ अशांति का माहौल व्याप्त हो गया है। गुवाहाटी से लेकर गुजरात तक, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक कानून व्यवस्था चरमरा गई है।
ये लोग रहे उपस्थित
उपवास कार्यक्रम का नेतृत्व उप्र कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रभारी लखनऊ रमेश कुमार शुक्ल ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व मंत्री आरके चौधरी, मनोज यादव, सुरेन्द्र राजपूत, अनीस अंसारी, डा. हिलाल अहमद, डा. विनोद चन्द्रा, अमित श्रीवास्तव त्यागी, मुकेश सिंह चौहान, प्रदीप कनौजिया, अरशी रजा, नरेश बाल्मीकि, अरशद आजमी, डा. धु्व्र त्रिपाठी, छोटेलाल चैरसिया, बृजेन्द्र कुमार सिंह, संजय सिंह, सुशीला शर्मा, सुनीता रावत, सरोज शुक्ला एड., नरेन्द्र गौतम, जेपी मिश्रा, राजेन्द्र पाण्डेय, वन्दना सिंह, शिवम त्रिपाठी, आस्था तिवारी, अंकित सक्सेना, सच्चिदानन्द नाथ, एस.एफ.ए. चर्चिल, मेंहदी हसन, सुभाष मिश्रा, विकास श्रीवास्तव, प्रभाकर मिश्रा, मुकेश केसरवानी, आसिम मुन्ना, शोएब खान, परवीन खान, मो. कलीम एड., अयूब सिद्दीकी, राजन यादव, दीपिका अरोड़ा, माता प्रसाद नेता, राकेश पाण्डेय आदि सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन शामिल रहे।