राजस्थान हाईकोर्ट ने इस बड़ी पार्टी के छह विधायकों को जारी किया नोटिस

राजस्थान में जारी सियासी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। आरोप-प्रत्यारोप और खींचतान के बीच विवाद का मामला उच्च न्यायालय तक पहुंच चुका है। जिसके बाद उच्च न्यायालय ने कांग्रेस में विलय को लेकर बसपा के छह विधायकों और विधानसभा अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने 11 अगस्त तक इस पर जवाब देने को कहा है।

Update:2020-07-30 16:27 IST

जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। आरोप-प्रत्यारोप और खींचतान के बीच विवाद का मामला उच्च न्यायालय तक पहुंच चुका है। जिसके बाद उच्च न्यायालय ने कांग्रेस में विलय को लेकर बसपा के छह विधायकों और विधानसभा अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने 11 अगस्त तक इस पर जवाब देने को कहा है।

यहां बताते चलें कि बसपा ने बुधवार को हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इस मामले में भाजपा विधायक मदन दिलावर भी फिर से हाईकोर्ट पहुंचे। दोनों की याचिकाओं पर बुधवार को करीब 1 घंटे सुनवाई हुई। दूसरी तरफ, आज फिर इस मामले में सुनवाई शुरू हो गई है।

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विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और CM अशोक गहलोत के बेटे का वीडियो वायरल

राजस्थान में मचे राजनीतिक घमासान के बीच अब नया मोड़ आ गया है। अब तक गहलोत सरकार भाजपा और सचिन पायलट खेमे पर हमलावर थी लेकिन एक वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने गहलोत सरकार पर पलटवार किया है।

ये वीडियो विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के बीच हुई बातचीत का है, जिसे नया बवाल खड़ा हो गया। दरअसल, राजस्थान में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के बीच बातचीत का एक वीडियो सामने आया है। कल दोनों के बीच मुलाकत हुई थीं। इस दौरान स्पीकर ने वैभव गहलोत से कहा कि हालात मुश्किल हैं। 30 आदमी निकल जाते हैं तो आप कुछ नहीं कर सकते। वो सरकार गिरा देते।

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वीडियो में स्पीकर और वैभव गहलोत के बीच हुई बातचीत के अंश

स्पीकर और वैभव गहलोत बेफ्रिक होकर सारी बातें कैमरे के सामने बोल रहे थे। वहीं गलती से स्पीकर के स्टाफ ने यही वीडियो मीडिया को भेज दिया। स्पीकर सीपी जोशी कहते हैं, ‘मामला टफ है बहुत अभी’ वैभव गहलोत जवाब देते हैं, ‘राज्यसभा चुनाव के बाद 10 दिन निकाला फिर वापस रखा।

स्पीकर सीपी जोशी ने कहा- ‘30 आदमी निकल जाते हैं तो आप कुछ नहीं कर सकते। हल्ला करके रह जाते, वो सरकार गिरा देते। अपने हिसाब से उन्होने कांटैक्ट किया इसलिए हो गया। दूसरे के बस की बात नहीं थी।’

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सतीश पूनिया ने की मांग- स्पीकर दें पद से इस्तीफा

अब मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्पीकर को नैतिकता के आधार पर पद छोड़ देना चाहिए।उन्होंने कहा कि हमने वीडियो देखी। विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी से आते हैं, इसीलिए पार्टी के लिए पक्षपात कर रहे हैं जो कि एक स्पीकर को शोभा नहीं देता है। सतीश पुनिया ने मांग की कि स्पीकर को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

 

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