पायलट खेमे को लग सकता है बड़ा झटका, ये बड़ा दांव चलने की तैयारी में गहलोत

राजस्थान में सत्ता के लिए मचे घमासान के बीच एक बड़ी खबर आ रही है। विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल में फंसे पेंच के बीच अशोक गहलोत सरकार ने 31 जुलाई यानी आगामी शुक्रवार से विधानसभा का सत्र बुलाने का प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा है।

Update: 2020-07-26 05:36 GMT

जयपुर: राजस्थान में सत्ता के लिए मचे घमासान के बीच एक बड़ी खबर आ रही है। विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल में फंसे पेंच के बीच अशोक गहलोत सरकार ने 31 जुलाई यानी आगामी शुक्रवार से विधानसभा का सत्र बुलाने का प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा है।

सूत्रों के हवाले से ये जानकारी निकलकर सामने आई है। बताया जा रहा है कि एक दिन पूर्व ही सीएम गहलोत ने सोमवार से विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की मांग गवर्नर कलराज मिश्र से की थी, लेकिन जब उन्होंने इसकी इजाजत नहीं दी तो गहलोत के समर्थक विधायक गुस्सा गये और सभी विधायकों ने राजभवन के अंदर बैठकर धरना दिया और खूब नारेबाजी की।

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पायलट के बगावत पर उद्धव ठाकरे का तंज

राजस्थान में सत्ता के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच मचे घमासान पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान सामने आया है। शिवसेना के मुखपत्र सामना से बात करते हुए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि आपको आपकी पार्टी में ऐसा क्या मिलता नहीं है कि आप दूसरी पार्टी में जाते हैं।

कई जगह पर ऐसे उदाहरण हैं। ऐसे तोड़फोड़ होता है उसके पीछे ‘इस्तेमाल करो और फेंक दो’ यही नीति सबने अपनाई है। एक महत्वपूर्ण मुद्दा क्या है कि ऐसा कोई भी विपक्षी नेता दिखाओ जो दूसरी पार्टी में जाकर सर्वोच्च पद पर पहुंचा है, मुख्यमंत्री बना है।

महाराष्ट्र के सीएम यही नहीं रुके बल्कि आगे कहा कि कि मैं हमेशा ही गरीबों के साथ खड़ा रहूंगा। मेरी यह भूमिका मैं बदलता नहीं हूं। कोई ऐसी सोच न बनाए कि अब मैं मुख्यमंत्री बन गया हूं, मतलब बुलेट ट्रेन के पीछे खड़ा रहूंगा। शिवसेना मुखपत्र सामना से बात करते हुए महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है, लेकिन रास्ता निकालेंगे।

 

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मेरी सरकार गिरानी है वो गिराए,मैं अभी देखता हूं: उद्धव

उन्होंने बीजेपी पर इशारों ही इशारों में हमला बोलते हुए कहा कि जिस किसी को मेरी सरकार गिरानी है वो गिराए, मैं अभी देखता हूं। उन्होंने कहा कि इंतजार किसका है? अब सरकार गिराओ, सरकार तीन पहियों वाली है, लेकिन वह गरीबों का वाहन है। पर स्टेरिंग मेरे ही हाथ में है। बुलेट ट्रेन या रिक्शा में चुनाव करना पड़ा तो मैं रिक्शा ही चुनूंगा।

जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस सफल होगा, या फिर नहीं? इस पर उद्धव ने कहा करके देखो ना। मैं भविष्यवाणी कैसे करूंगा? आप करके देखो। जोड़-तोड़ करके देखो। एक महत्वपूर्ण मुद्दा क्या है कि ऐसा कोई भी विपक्षी नेता दिखाओ जो दूसरी पार्टी में जाकर सर्वोच्च पद पर पहुंचा है, मुख्यमंत्री बना है।

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