विधायकों को अयोग्य ठहराने का मामला:कोर्ट के आदेश के बाद सीपी जोशी नहीं करेंगे कार्यवाही

राजस्थातन में जारी सियासी ड्रामा के बीच अब एक बार फिर बड़ी खबर सामने आ रही है। हाईकोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को बागी विधायकों के मामले में कोई भी कार्यवाही करने से रोक दिया है।

Update: 2020-07-21 16:48 GMT

जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी ड्रामें के बीच अब एक बार फिर बड़ी खबर सामने आ रही है। हाईकोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को बागी विधायकों के मामले में कोई भी कार्यवाही करने से रोक दिया है।

अब हाईकोर्ट 24 जुलाई को सचिन पायलट और 18 विधायकों द्वारा याचिकाकर्ता की अयोग्यता नोटिस के खिलाफ याचिका पर आदेश दे सकता है। बताया जा रहा है कि कोर्ट का आदेश आने के बाद स्पीकर सीपी जोशी अब विधायकों पर शुक्रवार तक कोई कार्यवाही नहीं करेंगे।

सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि कोर्ट के इस आदेश के बाद सीपी जोशी विधानसभा पहुंच गए हैं। इस दौरान वे विधानसभा के सचिव के साथ कोर्ट के आदेश पर वार्तालाप कर रहे हैं। बताते चलें कि हाईकोर्ट ने सचिन पायलट खेमे को 24 जुलाई तक का वक्त दिया है।

कोर्ट तक पहुंचा बागी विधायकों का मामला

राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शुरू हुई जंग अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। विवाद जुबानी जंग से होकर अब कोर्ट-कचहरी तक पहुंच गई है।

मंगलवार को आज दूसरे दिन भी हाईकोर्ट में सुनवाई जारी रही, जहां सचिन पायलट गुट ने स्पीकर के नोटिस के खिलाफ याचिका दायर की है।

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सचिन पायलट समेत 19 बागी विधायकों को नोटिस

बताते चलें कि स्पीकर के द्वारा सचिन पायलट समेत 19 बागी विधायकों को नोटिस जारी किया गया है। इसके खिलाफ याचिका लगाई गई है। कोर्ट में सोमवार को सचिन पायलट खेमे की तरफ से हरीश साल्वे की बहस पूरी हुई और फिर स्पीकर की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी दलीलें पेश की।

सिंघवी ने दलील दी है कि अभी स्पीकर ने किसी विधायक को अयोग्य घोषित नहीं किया है, ऐसे में अदालत का इंटरफियर करना सही नहीं है।

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मुझे बदनाम करवाने की कोशिश: सचिन पायलट

राजस्थान में कांग्रेस पार्टी से अलग होने के बाद सचिन पायलट सीएम अशोक गहलोत और उनके पार्टी के विधायकों के निशाने पर आ गये हैं। कांग्रेस नेताओं की तरफ से रोज उन पर नये-नये आरोप लगाए जा रहे हैं। जिसका की सचिन पायलट अब सामने आकर जवाब दे रहे हैं।

इसी कड़ी में सचिन पायलट ने आज कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की ओर से 35 करोड़ की रिश्वत ऑफर करने के आरोप पर अपनी सफाई दी है। एक इंटरव्यू में पायलट ने कहा कि मैं ऐसे आरोपों से दुखी हूं, लेकिन आश्चर्यचकित नहीं हूं।

ऐसे आरोप में छवि खराब करने की लगातार कोशिश की जा रही हैं। मैं अभी कांग्रेसी हूं। पायलट ने कहा कि राजस्थान में पार्टी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के सदस्य और विधायक के रूप में मेरी वाजिब चिंताओं को दबाया जा सके।

मुझे बदनाम करवाने और मेरी विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश है। मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश है। उन्होंने खुद पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर मानहानि और कानूनी कार्रवाई की बात भी कही है।

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