राजस्थान में बदली रणभूमि, विधायकों को इस कारण भेजा गया जैसलमेर के सूर्यगढ़
राजस्थान के सियासी घमासान की रणभूमि बदल गई है। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के विधायकों को जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल से जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में शिफ्ट कर दिया गया है।
अंशुमान तिवारी
जयपुर: राजस्थान के सियासी घमासान की रणभूमि बदल गई है। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के विधायकों को जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल से जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में शिफ्ट कर दिया गया है। विधायकों को टूट-फूट से बचाने के लिए उन्हें जैसलमेर या जोधपुर भेजे जाने की योजना थी और आखिर में काफी सोच समझकर जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल का चयन किया गया।
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विशेष विमान से भेजे गए कांग्रेस के विधायक
गहलोत खेमे से जुड़े कांग्रेस विधायकों को तीन विशेष विमानों से जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट किया गया। दो विधायक विमान में जगह न होने के कारण सूर्यगढ़ होटल नहीं पहुंचे हैं और इनके कल सुबह रवाना होने की संभावना है। विधायकों पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए गहलोत भी जैसलमेर पहुंच गए हैं। जानकारों का कहना है कि गहलोत बाद में जयपुर लौट आएंगे। सरकारी कामकाज पूरा करने के लिए तीन चार मंत्री भी जयपुर में ही बने रहेंगे। कांग्रेस के सभी विधायक 13 जुलाई से ही फेयरमॉन्ट होटल में डेरा डाले हुए थे।
सूर्यगढ़ होटल का इसलिए किया चयन
जानकार सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेताओं की ओर से जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल का चयन काफी सोच-समझकर किया गया है। जैसलमेर में सम रोड पर स्थित इस फाइव स्टार होटल में काफी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। इस होटल में एक ही मेन गेट होने के कारण कोई भी बाहरी व्यक्ति आसानी से इसमें प्रवेश नहीं कर पाता। होटल की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए ही इस होटल का चयन किया गया है। कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि उसका कोई भी विधायक इधर-उधर न छिटके।
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विधायकों को टूटने से बचाने का प्रयास
पीले पत्थरों पर शानदार कारीगरी वाला यह होटल किसी प्राचीन किले की तरह दिखता है। कभी प्रदेश के शराब कारोबार पर एकछत्र प्रभुत्व रखने वाले मेघराज सिंह इस होटल के मालिक हैं। उनका एक होटल बीकानेर में भी है। कांग्रेस नेतृत्व को उम्मीद है कि इस होटल में आ जाने से उनके विधायक पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे और किसी प्रकार की कोई टूट-फूट नहीं होगी।
गहलोत का भाजपा पर बड़ा हमला
विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किए जाने के दौरान मीडिया से बातचीत में गहलोत ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि भाजपा नेता किस तरह का खेल खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार लगातार लोगों के लिए काम कर रही है मगर सरकार बचाना भी जरूरी है क्योंकि केंद्र सरकार खुद मेरी सरकार को गिराने में लगी हुई है।
अब कम होगा विधायकों का मानसिक दबाव
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह इस खेल में लगे हुए हैं। उन्हें न जाने क्या हो गया है कि दिन रात जागते हुए हर वक्त सरकार गिराने की साजिश में जुटे रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे साथियों को साजिश करके मानेसर में रखा गया है। अब 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होना है। हमारे विधायक एक ही जगह पर रहते हुए मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे थे और इस कारण ही उन्हें जैसलमेर शिफ्ट करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस विधायकों का मानसिक दबाव कम होगा।
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भाजपा ने उछाला पाकिस्तान का नाम
कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री हरीश चौधरी ने भी कहा कि राजस्थान हमारा घर है और हम कहीं भी आने-जाने के लिए स्वतंत्र हैं। दूसरी ओर कांग्रेस के कई विधायकों ने कहा कि हम लोग राजस्थान के हैं और राजस्थान में ही जा रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान की बात कहां से आ गई। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जानबूझकर पाकिस्तान का नाम उछाला है। कांग्रेस विधायक राकेश मीणा ने सरकार को कोई खतरा न होने का दावा किया।
भाजपा का गहलोत पर जवाबी हमला
उधर भाजपा ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जवाबी हमला बोला है। राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है तो विधायकों को क्यों कैद किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान आता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कब तक हकीकत से दूर भागेंगे।
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