लखनऊ : कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सीट के लिए शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार भीम राव अंबेडकर को समर्थन देने का एलान किया है।
विधानसभा में बसपा विधायकों के नेता लालजी वर्मा के साथ मुलाकात के बाद राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार 'लल्लू' ने इस फैसले की घोषणा की।
राज्य से दस राज्यसभा सीटों के लिए द्विवार्षिक चुनाव 23 मार्च को होंगे। राज्य विधानसभा में बहुमत के आधार पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी संसद के ऊपरी सदन में आठ लोगों को भेज सकती है, जबकि समाजवादी पार्टी और बसपा एक-एक उम्मीदवार भेज सकते हैं।
ये भी देखें : उत्तराखंड: राज्यसभा चुनाव, भाजपा में एक अनार सौ बीमार
माना जा रहा है कि भाजपा नौवें उम्मीदवार पर भी विचार कर रही है, जिसे अब शायद रुकावट का सामना करना पड़े।
सपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए जया बच्चन को उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा में बसपा के 19 सदस्य हैं, जबकि कांग्रेस के सात सदस्य हैं। सपा की 47 और भाजपा की सहयोगी दलों के साथ 324 सीटें हैं।
राज्यसभा में चुने जाने के लिए हर उम्मीदवार को 37 मतों की जरूरत होती है, जहां भाजपा के आठ सदस्य आसानी से इतना मत प्राप्त कर सकते हैं, इसके अलावा इसके पास 28 मत रह जाएंगे और अगर यह क्रॉस वोटिंग सुनिश्चित कर लेता है तो इसका नौवां उम्मीदवार भी चुना जा सकता है।
राष्ट्रपति चुनाव के समय निर्दलीय विधायकों जैसे रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, विनोद सरोज, अमन मणि त्रिपाठी और विजय मिश्रा ने भाजपा का समर्थन किया था।
भाजपा की निगाहें इन चारों विधायकों पर होने के साथ ही सपा और कांग्रेस में किसी तरह से सेंध लगाने की संभावना तलाशने पर भी है। भाजपा ने चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से अब तक सिर्फ केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम का एलान किया है।