महंत आदित्यनाथ बोले- एक नागनाथ तो दूसरा सांपनाथ, बिना देर किए सीएम दें इस्तीफा

जेडीयू नेता शरद यादव ने कहा कि चुनाव को देखते हुए सपा से गठबंधन की बात चल रही थी। लेकिन सपा में मचे घमासान के बाद हालात बिगड़ गए हैं। इस पार्टी को खड़ा करने में हमारा भी समर्थन था, लेकिन अब यह खराब स्थिति में है।

Update:2016-12-30 19:19 IST

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को निकाले जाने पर देश भर से नेताओं की प्रकतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं।

समाजवादी पार्टी के इस घमासान पर गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ का बयान भी आया है। योगी ने प्रतिक्रिया में कहा, 'सरकार अपनी नाकामी छुपाने का प्रयास कर रही है। अखिलेश यादव को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।'

पार्टी की स्थिति खराब है

इसी क्रम में जेडीयू नेता शरद यादव ने इसे पार्टी का आंतरिक मामला तो बताया लेकिन कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जेडीयू नेता ने कहा कि चुनाव को देखते हुए सपा से गठबंधन की बात चल रही थी। लेकिन सपा में मचे घमासान के बाद हालात बिगड़ गए हैं। इस पार्टी को खड़ा करने में हमारा भी समर्थन था, लेकिन अब यह खराब स्थिति में है।

परिवार केंद्रित पार्टी का यही हश्र होता है

बीजेपी प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा, 'परिवार केंद्रित पार्टियों में अगर परिवार टूट जाता है तो पार्टी भी बिखर जाती है। यूपी में पहले से ही सीएम अखिलेश के खिलाफ माहौल है, उनके निष्काषन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। '



वहीं इसी मुद्दे पर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि उत्तर प्रदेश में इस वक़्त राजनैतिक अस्थिरता का माहौल है। यह लोकतंत्र के लिए चिंता की बात है। हम किसी भी पार्टी के आंतरिक विभाजन पर टिप्पणी नहीं करना चाहते।



Tags:    

Similar News