शिवपाल के BJP में जाने की अटकलों के बीच केशव मौर्य का बयान, समर्थक हुए निराश
UP Politics News: राजनीतिक पंडितों का दावा है, कि शिवपाल जल्द ही एनडीए का हिस्सा हो सकते हैं। दूसरी संभावना उनके भाजपा में शामिल होकर आजमगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ने अथवा राज्य सभा जाने की भी है।
UP Politics News: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के भाजपा (BJP) में शामिल होने को लेकर चल रही अटकलों के बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, कि फिलहाल भाजपा में कोई वैकेंसी नहीं है। एक न्यूज चैनल से हुई बात में उन्होंने ये बात कही।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (PRAGATISHEEL SAMAJWADI PARTY) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की मुलाकात हुई थी। जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में गर्मी देखी जा रही है। यह भी कहा गया कि शिवपाल सिंह यादव ने दिल्ली में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से भी मुलाकात की। लेकिन, शिवपाल सिंह यादव ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है।
शिवपाल भतीजे से फिर नाराज
उल्लेखनीय है कि विधायकों की बैठक में नहीं बुलाए जाने के चलते शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे हैं। इसके पीछे विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद सपा के सहयोगी दलों की बैठक में शिवपाल सिंह यादव को न बुलाया जाना, उनका बड़ा अपमान कहा गया। उसके बाद शिवपाल सिंह यादव अपने समर्थकों के दबाव में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। जिसके बाद राजनीतिक क्षेत्र में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
अखिलेश ने चाचा की लिस्ट नजरअंदाज की थी
विधानसभा चुनाव के दौरान सपा के साथ गठबंधन करने के बाद शिवपाल सिंह यादव को लग रहा था कि उनकी पार्टी के नेताओं को भी टिकट मिलेगा। जिसके बाद उन्होंने अपने करीबियों की सूची अखिलेश यादव को दी थी लेकिन अखिलेश यादव ने उनकी इस सूची को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए सिर्फ अपने चाचा को ही टिकट दिया। ऐसे में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रसपा के कई नेता दूसरे दलों में चले गए। लेकिन, ज्यादातर उनके साथ जुड़कर चुनाव अभियान में उतरे।
विधायक मंडल दल की बैठक में नहीं बुलाया
इसके बाद भी विधायक मंडल दल की बैठक में नहीं बुलाए जाने पर अब शिवपाल सिंह यादव इसे अपनी उपेक्षा के तौर देख रहे हैं। शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक और अपने बडे भाई मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद कहा गया कि उन्हे अगले कदम के लिए हरी झंडी मिल गयी है। सूत्रों का कहना है कि इटावा से दिल्ली जाने के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने पूर्व विधायक हरिओम यादव से भी मुलाकात की थी। हरिओम रिश्ते में उनके समधी हैं और सपा से नाता तोड़कर भाजपा में चले गए हैं।
शिवपाल थाम सकते हैं बीजेपी का हाथ
राजनीतिक पंडितों का दावा है, कि शिवपाल सिंह यादव जल्द ही एनडीए का हिस्सा होने जा रहे हैं। वहीं दूसरी संभावना उनके भाजपा में शामिल होकर आजमगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ने अथवा राज्य सभा जाने की भी है। शिवपाल समर्थकों का कहना है कि जसवंतनगर सीट से शिवपाल सिंह यादव के पुत्र आदित्य यादव को चुनाव लड़ना चाहिए। वैसे भी शिवपाल सिंह यादव विधानसभा चुनाव में बेटे के लिए टिकट चाहते थे, लेकिन अखिलेश यादव ने मना कर दिया था। अब वह बेटे के भविष्य को लेकर भी चिंतित हैं।