उरई: बसपा के पूर्व महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या अब बीजेपी के प्रचार में निकल पड़े हैं। इसी बीच मौर्या ने बसपा के संस्थापक कांशीराम को लेकर बड़ा बयान दिया है। मौर्या ने कहा है कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद कांशीराम की मौत के मामले की जांच कराएंगे।
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और क्या कहा मौर्या ने
-मौर्या ने कहा कि उनके इस्तीफे से पहले बसपा यूपी में नंबर एक की पार्टी थी।
-लेकिन उनके जाने के बाद पार्टी तीसरे पायदान पर आ चुकी है।
-मौर्या ने कहा कि बसपा से एक दर्जन विधायक बीजेपी में आने वाले हैं।
-2017 में बीजेपी की मुख्य लड़ाई सपा से ही होगी।
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-मौर्या मंगलवार को झांसी में कार्यकर्ता सम्मलेन में शामिल होने के लिए जा रहे थे।
-इसी दौरान उरई में ये बातें कहीं।
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स्वामी ने पार्टी छोड़ने के बाद माया पर लगाए थे आरोप
-स्वामी प्रसाद मौर्या ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती को पैसों की देवी बताते हुए पार्टी छोड़ी थी।
-उन्होंने कहा था कि मायावती ने बीएसपी को टिकटों की मंडी बना दिया है।
-अंबेडकर के मिशन की हत्या और कांशीराम के विचारों की हत्या की वजह से पार्टी छोड़ी।
-बीएसपी को टिकटों का बाजार बनाने, कार्यकर्ताओं को गूंगा गुलाम बनाने और अपमान भी पार्टी छोड़ने की वजह।
-स्वामी प्रसाद ने दावा किया कि बीएसपी के दो दर्जन से ज्यादा विधायक उनके साथ खड़े होंगे।
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स्वामी प्रसाद के 22 जून को बसपा छोड़ने के बाद मायावती ने प्रेसवार्ता की थी। इसमें उन्होंने स्वामी प्रसाद को जमकर कोसा था ।
-बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने स्वामी प्रसाद मौर्या को गद्दार और स्वार्थी कहा था।
-माया ने कहा था कि जो लोग स्वार्थ की वजह से पार्टी छोड़कर गए वो खत्म हो गए। राजनीति में आज वो कहीं नजर नहीं आते हैं। कुछ -माफी मांगकर पार्टी में वापस आ गए। वहीं, कुछ अभी भी टेलीफोन पर अपने किए की माफी मांगते हैं।
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-माया ने कहा था कि पार्टी छोड़कर जाने वाले हमेशा अकेले ही गए। समाज के लोग उनके साथ नहीं गए।
-एक व्यक्ति की सजा समाज को नहीं मिलेगी।” मौर्या,शाक्य ,सैनी और कुशवाहा समाज के लोगों पर इसका कोई असर नहीं होगा।
-अंबेडकर और पार्टी मूवमेंट से स्वामी प्रसाद मौर्या का कोई मतलब नहीं है। उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा।
-स्वामी प्रसाद चिल्ला-चिल्ला कर हवा- हवाई बात करता है। समाज स्वामी प्रसाद मौर्या को कभी माफ नहीं करेगा।
-उसके जैसों के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। वह दलबदलु है। उसका समाज से कोई लेना-देना नहीं है।
-22 जून को स्वामी प्रसाद मौर्या ने बीएसपी से इस्तीफा दिया था। तब से नेता प्रतिपक्ष की सीट खाली है।