टीएमसी का केंद्र पर बड़ा हमला, केंद्रीय दल के दौरे को एडवेंचर टूरिज्म बताया
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। टीएमसी के दो बड़े नेताओं ने पश्चिम बंगाल में कोरोना की जमीनी हकीकत जानने के लिए केंद्रीय दल भेजने पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
कोलकाता: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। टीएमसी के दो बड़े नेताओं ने पश्चिम बंगाल में कोरोना की जमीनी हकीकत जानने के लिए केंद्रीय दल भेजने पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। टीएमसी नेताओं ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए केंद्रीय दल के दौरे को एडवेंचर टूरिज्म करार दिया है।
उन राज्यों में क्यों नहीं भेजा गया दल
टीएमसी के दो वरिष्ठ सांसदों डेरेक ओ ब्रायन और सुदीप बंदोपाध्याय ने मीडिया से बातचीत में कहा की केंद्र सरकार ने उन राज्यों में जमीनी हकीकत जानने के लिए केंद्रीय दल क्यों नहीं भेजा जहां पर कोरोना संक्रमण के मामले और प्रभावित इलाके ज्यादा हैं। जूम एप पर संवाददाता सम्मेलन में टीमसी नेताओं ने केंद्रीय दल के दौरे को एडवेंचर टूरिज्म बताया।
यह भी पढ़ें...शिवराज ने पहली कैबिनेट बैठक में पलटा कमलनाथ का फैसला, मंत्रियों को सौंपा ये काम
तीन घंटे बाद दी गई ममता को जानकारी
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस मानसे में किस हद तक लापरवाही की है, इसे इस बात से ही समझा जा सकता है कि ममता बनर्जी को दल के यहां पहुंचने के करीब तीन घंटे बाद इस बात की जानकारी दी गई। दोनों नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
केंद्र सरकार से मांगा जवाब
टीएमसी सांसद ब्रायन ने कहा कि गुजरात, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के ज्यादा मामले हैं। वहां हॉटस्पॉट्स भी ज्यादा हैं। केंद्र सरकार को इस बात का जवाब देना चाहिए कि इन राज्यों में केंद्रीय दल क्यों नहीं भेजा गया। सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि अभी तक पश्चिम बंगाल में रोजाना 452 नमूनोम की जांच की जा रही थी और मंगलवार से इसे बढ़ाकर 600 कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें...लॉकडाउन में ढिलाई पर बेपरवाह हुए लोग, 500 से ज्यादा पर दर्ज हुआ मुकदमा
पश्चिम बंगाल की सरकार कोरोना वायरस से जंग में पूरी गंभीरता से जुटी है। इसलिए पश्चिम बंगाल सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा करना उचित नहीं है। दोनों नेताओं ने कहा कि उचित तो यह होता कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर कोरोना से जंग में कामयाबी की राह पर चलने की कोशिश करती।
राज्य के साथ समन्वय बनाए केंद्र
टीएमसी नेताओं ने कहा कि नियमों का पालन होने पर राज्य सरकार भी खुशी-खुशी केंद्र सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर इस जंग में जुटेगी। केंद्र सरकार को राज्यों की नीयत पर कोई शक नहीं करना चाहिए क्योंकि राज्य सरकारें भी अपनी जिम्मेदारी का पूरी गंभीरता से निर्वहन कर रही हैं।
यह भी पढ़ें...योगी के ये मंत्री बेहद जिम्मेदार, लॉकडाउन में पूरे यूपी को संभाल रहे ऐसे
बढ़ रही है खींचतान
पश्चिम बंगाल में नियमों का उल्लंघन और कोरोना वायरस की जमीनी हकीकत जानने के लिए केंद्रीय दल भेजने के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार के बीच खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। गृह मंत्रालय का भी कहना है कि राज्य सरकार इस मामले में सहयोग नहीं कर रही है। दूसरी ओर ममता बनर्जी इस मुद्दे को लेकर तीखा रवैया अपनाए हुए हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को घेरते हुए कहा है कि राज्य की स्वायत्तता के मामले में दखलंदाजी की जा रही है।