UP Politics: शिवपाल और अखिलेश के जल्द ही एक होने के संकेत, दोनों नेताओं ने इशारों में बहुत कुछ कहा

शिवपाल यादव से जब मीडिया ने यह पूछा कि क्या आपकी अखिलेश यादव से कोई बात हुई है तो सोचते हुए बोले,देखिए टेलीफोन पर हमारी जरूर बात हुई है।

Report :  Network
Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-10-13 16:34 GMT

शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

लखनऊः प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav Aur Akhilesh Ka Gathbandhan) ने खुलासा किया है कि उनकी अखिलेश यादव पर से टेलीफोन (akhilesh yadav telephone number) पर बात हुई है। शिवपाल यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा (Parivartan Rath Yatra) आज दोपहर बाद फिरोजाबाद पहुंची थी, जहां भारी भीड़ के साथ बस में सवार शिवपाल यादव पहुंचे थे। लोगों का हुजूम देखकर शिवपाल भी खुश हुए, वहीं उन्होंने मीडिया से भी बात की।

शिवपाल यादव (Shivpal Yadav News) से जब मीडिया ने यह पूछा कि क्या आपकी अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav News) से कोई बात हुई है तो सोचते हुए बोले ...देखिए टेलीफोन पर हमारी जरूर बात हुई है...राजनीति में संभावनाएं कभी खत्म नहीं होती हैं। हमारे यह प्रयास हैं और हमारी प्राथमिकता भी है समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party Today News) से एलाइंस हो यह हमारा अभी प्रयास है।

शिवपाल यादव की तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

इसके बाद यह पूछा गया कि जब मथुरा से आपने यह यात्रा शुरू की थी तो आपके साथ कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम भी थे, क्या आप की कांग्रेस से बात हुई है। शिवपाल सिंह यादव बोले कि प्रमोद कृष्णम को मैं बहुत पहले से जानता हूं और हमारे आचार्य हैं। इसी नाते उन्होंने इस रथयात्रा को हरी झंडी दिखाई है। इससे आगे कुछ नही कह सकता हूं।

दूसरी ओर हमीरपुर में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party Ki Vijay Rath Yatra) के सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav Ki Vijay Rath Yatra) से भी कुछ ऐसे ही सवाल पूछे गए जिस पर उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव हमारे चाचा हैं, वह भी भाजपा को हराने के लिए यात्रा कर रहे हैं। आने वाले समय मे सभी अन्य दलों को भी शामिल करके चुनाव लड़ा जाएगा, इसके साथ अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को आने वाले समय में अपने साथ शामिल करने का संकेत भी दिया।

दोनों नेताओं के झुकाव से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले समय में भाजपा को हराने के लिए सैफई का कुनबा फिर एक हो सकता है।

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