गुजरात के CM बोले- मुस्लिमों के लिए 150 देश, हिंदुओं के पास सिर्फ एक

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने नागरिकता संशोधन कानून को सही ठहराया है। विजय रूपाणी ने कहा कि मुसलमान दुनिया के 150 इस्लामिक देशों में से किसी को भी चुन सकते हैं।

Update: 2019-12-25 10:26 GMT

गांधीनगरः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने नागरिकता संशोधन कानून को सही ठहराया है। विजय रूपाणी ने कहा कि मुसलमान दुनिया के 150 इस्लामिक देशों में से किसी को भी चुन सकते हैं, लेकिन हिंदुओं के लिए भारत ही एकमात्र देश है।

गुजरात के साबरमती आश्रम के बाहर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में रैली को संबोधित किया। इस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोला।

पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस समय देश का बंटवारा हुआ था उस समय पाकिस्तान में करीब प्रतिशत हिंदू थे। अब प्रताड़ना, बलात्कार और उत्पीड़न की वजह से उनकी जनसंख्या घट गई है। अब वहां मात्र 3 प्रतिशत हिंदू रह गए हैं।

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उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान में मात्र 3 प्रतिशत हिंदू रह गए हैं जिसकी वजह से वहां से हिंदू पलायन करना चाहते हैं। इस काम में कांग्रेस को हिंदुओं के लिए साथ खड़ा होना चाहिए था तो वह विरोध कर रही है।

विजय रूपाणी ने कहा कि मुसलमानों के पास बसने के लिए 150 इस्लामिक देश हैं, लेकिन हिंदुओं के लिए सिर्फ एक देश है, वह भारत है। क्या समस्या है अगर वह भारत वापस लौटना चाहते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस नागरिकता कानून को लेकर महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की इच्छाओं का सम्मान नहीं कर रही है।

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रूपाणी ने कहा कि कुछ दशक पहले तक अफगानिस्तान में दो लाख सिख और हिंदू थे और अब यह संख्या महज 500 रह गई है। मुसलमान तो दुनिया के 150 देशों में से कहीं भी जा सकते हैं, लेकिन हिंदुओं के लिए भारत के अलावा कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता क्यों नहीं देनी चाहिए?'

रूपाणी ने कहा कि गांधीजी का भी मानना था कि पाकिस्तान के हिंदू और सिखों को भारत की नागरिकता मिलनी चाहिए। यहां तक कि मनमोहन सिंह ने भी इसका समर्थन किया था। कांग्रेस को बताना चाहिए कि वो अब क्यों विरोध कर रही है।

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गुजरात के मुख्यमंत्री इन देशों के गुजरात में 10 हजार शरणार्थी हैं। इनमें से अधिकतर कच्छ में रहते हैं और सभी दलित हैं जो सीएए का विरोध कर रहे हैं उन दलित नेताओं का असली चेहरा सामने आ गया है। यह भारत का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस और वामपंथी पार्टियां यहां हैं और ममता बनर्जी जैसी नेता हैं। रूपाणी ने कहा कि जो मुसलमानों को उकसा रहे हैं वो अपना एजेंडा पूरा करने में लगे हैं।

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