कांग्रेस का ऐलान, इन दलों के साथ मिलकर लड़ेगी 2021 का विधानसभा चुनाव

अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की केन्द्रीय समिति ने अक्टूबर में पश्चिम बंगाल ईकाई को इस फैसले के लिए स्वीकृति दे दी थी कि वे आगामी चुनावों को लेकर कांग्रेस समेत सभी धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ मिलकर इलेक्शन लड़ सकते हैं।

Update: 2020-12-24 11:06 GMT
आनंद शर्मा ने मुस्लिम धर्मगुरु अब्बास सिद्दीकी के नेतृत्व वाले इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के साथ पार्टी के गठजोड़ पर सोमवार को सवाल खड़े किये थे।

मिदनापुर: पश्चिम बंगाल के अंदर कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव -2021 लेफ्ट पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेगी। इसका औपचारिक तौर पर ऐलान आज कांग्रेस पार्टी की तरफ से कर दिया है। इस बात की जानकारी पश्चिम बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट करके दी है।

अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट करते हुए कहा- “आज कांग्रेस आलाकमान ने औपचारिक तौर पर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर वामदलों के साथ मिलकर लड़ने को स्वीकृति प्रदान कर दी है।”

अगले साल मार्च-अप्रैल में पश्चिम बंगाल के साथ ही तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुच्चेरी में चुनाव होना है।

कांग्रेस का ऐलान, इन दलों के साथ मिलकर लड़ेगी 2021 का विधानसभा चुनाव (फोटो:सोशल मीडिया)

यह भी पढ़ें: राजनाथ सिंह ने दिया ऐसा बयान, पढ़कर गर्व से चौड़ा हो जाएगा हर भारतीय का सीना



सीपीएम ने पहले ही दे दी थी स्वीकृति

उन्होंने बताया कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) की केन्द्रीय समिति ने अक्टूबर में पश्चिम बंगाल ईकाई को इस फैसले के लिए स्वीकृति दे दी थी कि वे आगामी चुनावों को लेकर कांग्रेस समेत सभी धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ मिलकर इलेक्शन लड़ सकते हैं।

सीपीएम के पोलित ब्यूरो ने इस कदम की पहले ही स्वीकृति दे दी थी लेकिन इस पर अंतिम फैसला केन्द्रीय समिति को लेना था।

बताते चलें कि वर्ष 2016 में सीपीएम की केन्द्रीय समिति ने कांग्रेस के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने के पश्चिम बंगाल की ईकाई के फैसले को मानने से इनकार कर दिया था। उस वक्त चुनाव में कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं वाम मोर्चा के खाते में केवल 32 सीट ही आ पाई थी।

यह भी पढ़ें: कमलनाथ छोड़ेंगे अध्यक्ष पद! संबोधन में दिए संकेत, कही ये बड़ी बात

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (फोटो:सोशल मीडिया)

ममता सरकार की लगातार बढ़ रहीं मुश्किलें

विधानसभा चुनाव को अब छह महीने से भी कम का समय रह गया है। ऐसे में लगातार वरिष्ठ नेताओं की बढ़ती नाराजगी और नेताओं द्वारा बागी तेवर अपनाने से ममता सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।

ऐसे में टीएमसी नेतृत्व ने ममता सरकार में मंत्री राजीब बनर्जी को मनाने की कोशिश की है। इस दौरान बातचीत के जरिए बनर्जी के मतभेदों को दूर करने की कोशिश की गई।

यह भी पढ़ें: कृषि आंदोलन में ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’, BJP के बयान पर मचा घमासान

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

न्यूजट्रैक के नए ऐप से खुद को रक्खें लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड । हमारा ऐप एंड्राइड प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें - Newstrack App

Tags:    

Similar News