बंगाल में पेट्रोल-डीजल सस्ताः टैक्स घटाकर ममता ने BJP को घेरा, मोदी पर टिकी नजर

ममता बनर्जी ने रविवार को पेट्रेाल-डीजल मूल्य में हर रोज हो रही वृद्धि को देखते हुए एक रुपया टैक्स कम करने का एलान किया है।

Update: 2021-02-21 15:06 GMT

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल चुनाव में भाजपा को घेरने में जुटी टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को बड़ा दांव चला है। पेट्रेाल-डीजल मूल्य में हर रोज हो रही वृद्धि को देखते हुए ममता बनर्जी सरकार ने एक रुपया टैक्स कम करने का एलान किया है। इस बहाने उन्होंने बंगाल के चुनाव में महंगाई को मुद्दा बनाने की शुरुआत कर दी है। उनका यह चुनावी दांव कितना असर करेगा यह तो भविष्य बताएगा लेकिन इतना तय है कि अब असम व बंगाल दौरे पर पहुंच रहे प्रधानमंत्री को अपनी सभा में इस बारे में बताना होगा कि महंगाई क्यों बढ़ रही है।

ममता ने बंगाल में पेट्रोल-डीजल पर घटाया टैक्स

पश्चिम बंगाल की राजनीति में मां, माटी और मानुष की राजनीति का सूत्रपात करने वाली ममता बनर्जी ने चुनावी समर में भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा के हिंदुत्व के जवाब में वह आम आदमी की जरूरतों और जिंदगी की सुविधाओं को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही हैं। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बंगाल दौरे में किसानों की दुर्दशा और जन स्वास्थ्य का मुद्दा उठाया है।

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महंगाई पर मोदी सरकार को ममता बनर्जी ने घेरा

उन्होंने यह बताने की कोशिश की है कि ममता सरकार ने किसानों का जीवन स्तर ऊपर उठाने वाली प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जरूरतमंद किसानों तक नहीं पहुंचने दी। इसके जवाब में अब ममता सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर टैक्स की दर घटा कर महंगाई पर रोक लगाने का एलान कर दिया है। इस बहाने वह लोगों को बताना चाहती है कि महंगाई की जिम्मेदार केंद्र सरकार है जो पेट्रोल और डीजल पर महंगा टैक्स लगा रही है। इस टैक्स का पैसा केंद्र सरकार मनमाने तरीके से खर्च करती है और लोगों का जीवन स्तर सुधर नहीं पाता है।

पेट्रोल -डीजल वैट दर में एक रुपये की कमी का एलान

ममता सरकार में वित्त मंत्री अमित मित्रा ने पेट्रोल -डीजल वैट दर में एक रुपये की कमी का एलान करने के मौके पर यह भी बताया कि पेट्रो पदार्थों पर केंद्र सरकार जो टैक्स वसूलती है उसमें 69 प्रतिशत तक हिस्सा टैक्स पर लगने वाले सेस का है। यह वह पैसा है जो राज्य सरकार को वापस नहीं मिलता।

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मोदी सरकार पर अब सबकी नजरे

केंद्र सरकार इसे पूरा अपने पास रख लेती है। इस तरह राज्य में भी महंगाई की बड़ी जिम्मेदार केंद्र सरकार है। पेट्रोल-डीजल मूल्य में ममता सरकार एक रुपये की कमी करने जा रही है। केंद्र सरकार से जीएसटी मद में सैकड़ों करोड़ के बकाया की मांग करने वाली ममता सरकार अब मतदाताओं को बताएगी कि केंद्र सरकार ने किस तरह उनके जीवन को कठिन बनाने के लिए इंतजाम किए हैं।

असम और पश्चिम बंगाल दौरे पर पहुंच रहे पीएम मोदी के एलान का इंतजार

राज्य सरकार को जीएसटी का हिस्सा नहीं मिल रहा है तो दूसरी ओर पेट्रोल -डीजल टैक्स पर सेस के बहाने केंद्र सरकार सारा पैसा ले जा रही है। जाहिर है कि इन सवालों का जवाब भाजपा को चुनाव मैदान में देना होगा। देखना है कि असम और पश्चिम बंगाल दौरे पर पहुंच रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बारे में कुछ बोलते हैं या ममता के टैक्स छूट की अनदेखी कर वापस लौट आएंगे।

अखिलेश तिवारी

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