चुनाव आयोग की दमदार तैयारी: वोट देने वालों के लिए मास्क, सैनीटाइजर का इंतजाम
चुनाव आयोग वैसे तो बिहार में सफलतापूर्वक विधानसभा चुनाव करा चुका है सो उसको वही मॉडल इस बार के चुनावों में लागू कर देना है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी राज्यों के चुनावों में मतदान केंद्रों पर मास्क और सैनीटाइजर की व्यवस्था रहेगी।
नीलमणि लाल
नई दिल्ली। पांच राज्यों के चुनावों में कोई 18 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं। जिस तरह कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं उसमें करोड़ों मतदाताओं की हिफाज़त बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा तो है कि चुनावों के दौरान कोरोना की गाइडलाइन्स का पूरी तरह पालन किया जाएगा। सभी चुनाव कोरोना को ध्यान में रखते हुए ही कराए जाएंगे।
बिहार में सफलतापूर्वक चुनाव करा चुका है आयोग
चुनाव आयोग वैसे तो बिहार में सफलतापूर्वक विधानसभा चुनाव करा चुका है सो उसको वही मॉडल इस बार के चुनावों में लागू कर देना है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि सभी राज्यों के चुनावों में मतदान केंद्रों पर मास्क और सैनीटाइजर की व्यवस्था रहेगी। फिजिकल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसीलिए ज्यादा बूथ बनाये जाएंगे।
लोगों के बीच दूरी रहे और दिव्यांगों को सहूलियत रहे इसी उद्देश्य से मतदान केंद्र भूतल पर ही रहेंगे। कोरोना काल की वजह से ही चुनाव आयोग ने सभी राज्यों में लगभग 30 फीसदी मतदान केंद्र बढ़ा दिए हैं।
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इस बार वोटिंग का वक्त एक घंटा बढ़ाया गया
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने ये भी जानकारी दी है कि इस बार वोटिंग का वक्त एक घंटा बढ़ाया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि एक बार मे बहुत अधिक लोग जमा न हों।
चुनाव आयोग के लिए सबसे बड़ी चुनौती केरल होगा क्योंकि वहां कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए थे। यहां शारीरिक दूरी समेत कोरोना संबंधी अन्य नियमों का पालन करते हुए चुनाव हुए थे।
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चुनावी सभाओं में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ
इसी के तर्ज पर इन राज्यों में भी चुनाव होंगे। चुनाव आयोग की घोषणा काफी कुछ उसी तर्ज पर है। आयोग ने चुनावी सभाओं और रैलियों के बारे में अभी कुछ नहीं कहा है। मुमकिन है आने वाले दिनों में कोई ऐलान किया जाए। बिहार में तो चुनावी सभाओं में कोई फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं देखा गया था।
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