भारत-चीन तनाव: सामने आई ये बड़ी वजह, जानें अब तक पूरा मामला
पिछले पांच हफ्तों से भारत और चीन के सैनिकों की ठनाठनी चल रही है। अब तक पैंगोंग झील, गलवां घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में चीन और भारत की सेना आपस में उलझ चुकी है।
लखनऊ: लगभग एक महीने पहले LAC पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए विवाद के बाद दोनों देशों के मंत्रालय और सेना प्रमुखों की बैठक हुई थी और बातचीत से मामले को शांत करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन ये सभी कोशिशें तब फेल हो गयी जब सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच सोमवार की शाम फिर एक बार हिंसक झड़प हो गयी। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर समेत दो जवान शहीद हो गए।
भारत चीन विवाद में अब तक पूरा मामला
बताया जा रहा है कि पिछले पांच हफ्तों से भारत और चीन के सैनिकों की ठनाठनी चल रही है। अब तक पैंगोंग झील, गलवां घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में चीन और भारत की सेना आपस में उलझ चुकी है। वहीं इस दौरान दोनों देशों के बीच अलग-अलग स्तर पर अब तक कम से कम 10 बार वार्तालाप हुई, जो बेनतीजा निकली ।
5 मई से शुरू हुआ सीमा तनाव
लद्दाख के पास भारत चीन सीमा पर स्थित पैंगोंग झील क्षेत्र में 5 मई को चीनी सैनिकों की भारतीय सैनिकों संग हाथापाई हो गयी थी। दोनों देशों के सैनिकों के बीच तनाव बढ़ गया।
ये भी पढ़ेंः चीन की हवा टाइट: भारत से घबराया, कहा- ना करें ऐसा
चीन ने सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाई
इस घटना के बाद चीनी सेना की तैनाती सीमा पर बढ़ाई जाने लगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रकों में लड कर सामान की आड़ में यहां बड़ी संख्या में चीनी सैनिक पहुंचे और कैम्प लगाने लगे। भारतीय सेना को जब इस बात का पता चला तो वे चौक गए कि चीनी सैनिक इतनी ज्यादा संख्या में भारतीय सीमा के पास कैसे आ गए। हालाँकि इसके साथ भारतीय सेना भी सीमा पर एक्टिव हो गयी।
जून में भारत चीन सेना प्रमुखों के बीच बैठक:
6 जून को सीमा विवाद सुलझाने को लेकर भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और चीन की तरफ से साउथ शिनजियांग मिलिट्री कमांड के कमांडर मेजर जनरल लियो लिन के बीच बॉर्डर विवाद पर बातचीत हुई। हालाँकि इस बैठक में कोई बड़ा नतीजा तो नहीं निकला लेकिन चीनी सैनिक सीमा से कुछ पीछे हट गए।
ये भी पढ़ेंः गलवान घाटीः चीन क्यों इस जगह पर होना चाहता है काबिज, क्या है रहस्य
भारत-चीन के बीच विवाद पर 10 बार वार्तालाप
दोनों देशों के बीच विवादों के चलते अलग-अलग स्तर पर अब तक कम से कम 10 बार वार्तालाप हो चुकी है। फिलहाल सारी वार्तालाप बेनतीजा ही रही हैं।
15 जून को हिंसक झड़प, भारतीय सैनिक हुए शहीद
वहीं सोमवार को पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 गलवां घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच फिर हिंसक झड़प हो गयी। बताया गया कि इस दौरान एक भी गोली नहीं चली लेकिन पत्थर और रॉड से झगड़ा हुआ, जिसमें भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत तीन शहीद हो गए। चीन की ओर से दावा किया गया कि उनके भी सैनिक शहीद हुए हालाँकि सही संख्या स्पष्ट नहीं की गयी।
ये भी पढ़ेंः सीमा विवाद के बीच मोदी सरकार ने चीनी कंपनी को दिया बड़ा काम, उठे सवाल
भारतीय सेना प्रमुखों की रक्षा मंत्री संग बैठक:
सीडीएस बिपिन रावत, भारतीय सेना के तीनो प्रमुख आनन फानन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर पहुंचे और मामले में बातचीत की। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी बैठक में मौजूद रहे।
1975 के बाद पहली बार बने ऐसे हालात
भारत-चीन सीमा पर ऐसे हालात 1975 के बाद पहली बार बने हैं। जब भारत के जवान शहीद हुए हों। दोनों देशों के बीच मई महीने से ही LAC पर विवाद जारी है। तनाव की शुरूआत पांच मई से हुई थी। जब दोनों देशों की सेनाएं आपस में भीड़ गई थी। तब से स्थिति और तनावपूर्ण होती जा रही है।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।