ये 4 महिलाएं: जिन्हें लोग कह रहें कोरोना वॉरियर्स, जानिए इनके बारे में

चीन से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनियाभर में अब तक करीब 17 लाख 80 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं।

Update:2020-04-12 14:25 IST
ये 4 महिलाएं: जिन्हें लोग कह रहें कोरोना वॉरियर्स, जानिए इनके बारे में

नई दिल्ली: चीन से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनियाभर में अब तक करीब 17 लाख 80 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। जबकि 1 लाख 8 हजार से ज्यादा लोगों की इस जानलेवा बीमारी के चलते जान जा चुकी है। इस महामारी से अमेरिकी, स्पेन और इटली बुरी तरह से जूझ रहे हैं। यहां पर मौतों का सिलसिला जारी है। कोरोना वायरस की महामारी के बीच दुनियाभर के कई देशों की महिलाएं काफी ज्यादा सुर्खियां बटोर रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि उनकी रणनीति और मेहनत का ही नतीजा है, जिसकी वजह से देश के नागरिक अब भी सुरक्षित है। तो आज हम आपको ऐसी 4 महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी सारी दुनिया वाहवाही कर रहा है।

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साउथ कोरिया की जुंग इउन केओंग

चीन के पड़ोसी देश साउथ कोरिया की कोरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र की प्रेसिडेंट जुंग इउन केओंग की काफी चर्चा हो रही है। जुंग इउन केओंग को ही वहां पर कोरोना वायरस को नियंत्रण करने का श्रेय दिया जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस का संक्रमण शुरु होते ही उन्होंने ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग से लेकर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग जैसे कुछ महत्वपूर्ण तरीकों पर जोर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां पर इतनी ज्यादा मात्रा में टेस्टिंग किट्स तैयार की गईं कि एक दिन में करीब 12 हजार लोगों का टेस्ट किया जा सके।

जर्मन सेंटर फॉर इंफेक्शन रिसर्च में प्रोफेसर एडो

पूरी दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। दुनियाभर में अब तक करीब 18 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं तमाम देश के वैज्ञानिक दिन-रात दवा और कोरोना की वैक्सीन की खोज करने में जुटे हुए हैं। इस बीच जर्मन सेंटर फॉर इंफेक्शन रिसर्च में प्रोफेसर एडो का नाम काफी चर्चा में है। एडो कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में जुटी हुई हैं। बता दें कि इससे पहले भी एडो, इबोला की भी वैक्सीन तैयार कर चुकी हैं।

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न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा ऑर्डर्न

कोरोना वायरस की महामारी के बीच न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा ऑर्डर्न की काफी ज्यादा चर्चा हो रही है। PM जेसिंडा ऑर्डर्न ने कोरोना के चलते 14 मार्च से ही ट्रैवल हिस्ट्री रखने वाले सभी लोगों 14 दिनों के लिए क्वारनटीन करने का नियम लागू कर दिया था। देश में जब संख्या 100 के पार गई तभी वहां पर पूरी तरह से लॉकडाउन का एलान कर दिया गया। PM बीच-बीच में नागरिकों को संबोधित करते हुए हालात के बारे में भी बताती हैं ताकि पारदर्शिता बनी रहे। तुरंत लिए गए एक्शन और सख्ती का ही नतीजा है, जो यहां पर आंकड़े अभी 1,330 तक पहुंचे हैं।

डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडेरिक्सन

इस दौरान डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेट फ्रेडेरिक्सन का नाम भी काफी ज्यादा सुर्खियों में है। फ्रेडेरिक्सन ने भी अपने यहां कोरोना की रोकथाम के लिए काफी काम किया है। डेनमार्क में दूसरे यूरोपियन देशों की तुलना में अब तक कोरोना के मामले 6 हजार के अंदर ही है, जो कि एक उपलब्धि से कम नहीं है। डेनमार्क में 14 मार्च से ही सीमाओं को सील कर दिया गया और यात्रा पर बैन लगा दिया गया।

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