डर्बी : श्रीलंका के खिलाफ बुधवार को काउंटी ग्राउंड पर होने वाले महिला विश्व कप मैच में भारत की निगाहें मिताली राज, हरमनप्रीत कौर और झूलन गोस्वामी सहित तीन अन्य महिला खिलाड़ियों पर रहेंगी, जिन्होंने पिछले मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। इनके दम पर भारत श्रीलंका से पिछले विश्व कप की हार का हिसाब चुकता करने के इरादे से उतरेगा।
श्रीलंका ने पिछले विश्व कप में भारत को मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए मैच में 283 रन का बड़ा लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में भारतीय टीम केवल 138 रन पर सिमट गई थी।
इस मैच के बाद कई बड़े नाम भारत के लिए दोबारा नहीं खेल पाए थे, लेकिन अब स्थिति एकदम अलग है। लगातार तीन जीत हासिल करने के बाद भारतीय टीम विजय रथ पर सवार है। उसने पिछले तीनों मैचों में हरफनमौला खेल का प्रदर्शन करके सबका दिल जीत लिया है।
बल्लेबाजी भारत की ताकत है। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना तीन मैचों में 198 रन बनाकर टूनार्मेंट में चौथी सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं। पूनम राउत और मिताली राज भी अब तक टीम की भरोसे की बल्लेबाज साबित हुई हैं।
बाएं हाथ की स्पिनर एकता बिष्ट और 19 वषीर्या ऑफ स्पिनर दीप्तिी शर्मा ने अपनी शानदार गेंदबाजी से प्रभावित किया है। दोनों छह-छह विकेट हासिल करके इस टूनार्मेंट में अब तक सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाली खिलाड़ी हैं।
एकता ने अपने सामने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को टिकने ही नहीं दिया था, जिससे वह उस मैच में पांच विकेट अपने नाम करने में कामयाब हुई थी। वहीं दीप्ती ने तीनों मैचों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करके विपक्षी टीमों की नाक में दम कर दिया था। तेज गेंदबाज झूलन के लिए यह विश्व कप अब तक काफी शांत रहा है, लेकिन वह श्रीलंका के खिलाफ अब तक कुल 20 विकेट हासिल करके सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में दूसरे स्थान पर रही हैं।
भारतीय गेंदबाजों को अपने फील्डरों का अच्छा साथ मिला है, जो अब तक चार रन आउट करके अपनी उपयोगिता दिखा चुके हैं।
वहीं श्रीलंका की टीम इस विश्व कप में जूझती दिखाई दे रही है। उसे तीनों मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। उसके लिए राहत की बात केवल इतनी है कि हर मैच में उसकी हार का अंतर कम होता गया है। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले मैच में नौ विकेट से हारी, दूसरे में ऑस्ट्रेलिया से आठ विकेट से और तीसरे मैच में इंग्लैंड से सात विकेट से पराजित हुईं।
चामारी अटापट्टू को छोड़कर बाकी बल्लेबाजों की असफलता जहां उसके लिए चिंता का विषय है, वहीं गेंदबाजों की धार भी गायब होती दिखाई देती है। चामारी अटापट्टू ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 143 गेंदों पर 178 रन की पारी खेलकर सबका दिल जीत लिया है। उस पारी में उन्होंने विकेट के चारों ओर कुल 22 चौके और छह छक्के लगाए थे।
उन्होंने विश्व कप के इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी पारी खेलकर उन्होंने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। वह इस विश्व कप में सबसे अधिक रन बनाने वालों में दूसरे स्थान पर हैं। उनकी कमजोरी बाएं हाथ की गेंदबाज हैं। इस लिहाज से एकता बिष्ट और उनकी दूसरी विकल्प राजेश्वरी गायकवाड़ उनके लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।
बहुत कुछ कोच तुषार अरोठे को सोच पर निर्भर करेगा कि वह बेंच स्ट्रेंथ को आजमाते हैं या विजयी संयोजन पर ही भरोसा करते हैं। अगर वह पहले विकल्प को आजमाते हैं तो वेदा कृष्णामूर्ति, नौजत प्रवीण और राजेश्वरी गायकवाड़ को मौका मिल सकता है। इस जीत से भारत का सेमीफाइनल में स्थान लगभग सुनिश्चित हो जाएगा।
भारत तीन जीत से छह अंकों के साथ पूल में पहले स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया के भी छह अंक हैं लेकिन नेट रन रेट की वजह से वह भारत से पीछे है। श्रीलंका के बाद भारत के विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपेक्षाकृत मुश्किल मुकाबले होने हैं। न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमों का मैच बारिश में धुलने से इनमें अंक बंट गया थाए जबकि भारत एक अन्य मुश्किल टीम और तीन बार की चैम्पियन इंग्लैंड को अपने पहले मुकाबले में हरा चुका है।
(लेखक सुनील यश कालरा महिला क्रिकेट एक्सपर्ट और हिस्टोरियन हैं)