कन्नौजः नोटबंदी के बाद आम लोगों को तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी हैं। इसी तरह की एक कतार में महेशचंद्र नाम के शख्स भी लगे थे। उन्हें बीवी के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी। बैंक ने रकम देने से इनकार किया, तो महेश ने ऐसा तरीका निकाला कि हारकर बैंकवालों को उन्हें रकम देनी पड़ी।
महेश ने क्या किया?
कन्नौज के मानीमऊ चौकी क्षेत्र के बरुआबाग में महेशचंद्र रहते हैं। पत्नी बीमार हैं। इलाज के लिए रकम चाहिए थी। महेश शुक्रवार को आईडीबीआई बैंक के अपने खाते से 24 हजार रुपए निकालने पहुंचे। बैंक के कर्मचारियों ने उन्हें इतनी नकदी देने से मना कर दिया। इस पर महेश बाहर आए और अपनी पासबुक सीने पर रखकर सड़क पर लेट गए। देखते ही देखते उनके पास लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
यह भी पढ़ें...शनिवार को सिर्फ बुजुर्ग बदलवा सकेंगे नोट, बंद की जा सकती है एक्सचेंज सुविधा
बैंकवालों ने फिर क्या किया?
बैंक के बाहर महेश लेटे हुए थे। भीड़ बढ़ती जा रही थी। ऐसे में बैंक मैनेजर ने अपने एक कर्मचारी को महेश के पास भेजा। ये कर्मचारी उन्हें दो-दो हजार के दो नोट देने लगा। जिन्हें लेने से महेश ने इनकार कर दिया। इसके बाद बैंक मैनेजर ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची। महेश की समस्या सुनी और उन्हें बैंक मैनेजर के पास ले गई।
इस तरह निकली रकम
महेश ने पुलिस से कहा कि अगर रकम न मिली तो वो बीवी का इलाज नहीं करा सकेंगे। साथ ही उन्होंने सरकार के उस आदेश का भी हवाला दिया, जिसमें एक दिन या एक हफ्ते में 24 हजार रुपए निकाले जाने की मंजूरी दी गई थी। पुलिसवालों ने इस पर बैंक मैनेजर पर दबाव बनाया और आखिरकार महेश को उतनी रकम मिल गई।