गंगा में तैर कर एक और रिकॉर्ड बनाने निकलीं जलपरी श्रद्धा, 70 घंटे में पहुंचेगी वाराणसी

Update: 2016-08-28 08:02 GMT

कानपुरः गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुकी जलपरी के नाम से मशहूर श्रद्धा ने कानपुर से वाराणसी तक गंगा में तैर कर जाने की शुरूआत रविवार को नाना राव घाट से की है। उन्होंने पीएम मोदी से ओलंपिक में जाने की मांग भी की है।

कानपुर में रहने वाले ललित शुक्ला की बेटी श्रद्धा शुक्ला कानपुर से पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी तक गंगा में तैर कर जा रही है। इस समय गंगा के बढ़े जल स्तर पर वह 570 किमी की दूरी तैर कर तय कंरेगी। वह अपने पिता और अन्य लोगों की निगरानी में जा रही हैं।

70 घंटे में तय करेंगी दूरी

इससे पहले जलपरी ने 2014 में कानपुर से इलाहबाद तक 280 किलोमीटर तक गंगा में तैर कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। उफनाती गंगा में 570 किमी की तैराकी के लिए श्रद्धा पानी में उतर चुकी है। मैस्कर घाट से वाराणसी तक की दूरी वह सत्तर घंटे में तय करेगी। छः स्थानों पर ठहराव के साथ वह यह दूरी तय करेंगी।

चार साल की उम्र से कर रही हैं तैराकी

श्रद्धा चार साल की उम्र से गंगा में तैराकी कर रही हैं। इस दौरान उसने कई कीर्तिमान बनाए हैं। कक्षा नौ में पढ़ने वाली तेरह साल की श्रद्धा हर साल अपनी क्षमता के आकलन और सरकारी व्यवस्था को आईना दिखाने के लिए गंगा की उफनाती लहरों में छलांग लगाती हैं। श्रद्धा के पिता और बाबा गोताखोर रहे हैं लेकिन उनकी आंखो में श्रद्धा के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतते देखने का सपना है।

क्या कहते हैं पिता ललित?

लोग बेटियों को बोझ समझकर गर्भ में ही मार देते हैं। उनको इस बेटी से सीख लेनी चहिए जिसने उनका सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। वहीं जलपरी के गुरु अशोक माहेश्वरी ने भी अपनी शिष्या के साहस को सलाम किया है।

 

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