UP: तीसरे चरण में ‘यादव कुनबे’ की तिकड़ी की अग्निपरीक्षा, दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह के ‘चिराग’ का भी टेस्ट
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत यूपी की 10 सीटों पर चुनाव होने हैं। तीसरे फेज में यादव परिवार के 3 सियासी दावेदार चुनावी मैदान में हैं। आइए, जानते हैं उन सीटों के बारे में।
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। पहले और दूसरे चरण के मतदान के तहत यूपी की 8-8 सीटों पर वोटिंग हुई। अब सभी राजनीतिक पार्टियां तीसरे चरण की तैयारी में जुट गई हैं। तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर चुनाव है, जिसको लेकर सात मई को वोटिंग है। इस चरण में कई बड़े राजनेताओं का चुनावी इम्तीहान होना है। तीसरे चरण में उन क्षेत्रों में वोटिंग होगी, जिसको मुलायम सिंह यादव के परिवार का गढ़ माना जाता है। इसलिए सपा के साथ-साथ तीसरे चरण के चुनाव में मुलायम सिंह यादव के कुनबे को भी सियासी इम्तिहान से गुजरना है। वहीं भाजपा के दिग्गज नेता रहे कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह को भी अग्नि परीक्षा देनी है।
10 में से 9 सीटों पर बीजेपी का कब्जा
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में यूपी की 10 सीटों पर कुल 100 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। तीसरे चरण के तहत यूपी की संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। पिछले लोकसभा चुनाव में इन 10 सीटों में से 9 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था। विपक्ष सिर्फ एक सीट ही अपने नाम कर सकी थी। मैनपुरी सीट से सिर्फ मुलायम सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी।
यादव कुनबे से 5 लोग मैदान में
इस बार के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव के कुनबे से पांच लोग अलग-अलग सीटों से चुनावी मैदान में हैं, जिनमें से तीन सीटों पर तीसरी चरण में ही चुनाव है। इन तीन सीटों में बदायूं, फिरोजाबाद और मैनपुरी सीट शामिल हैं, जहां मुलायम सिंह यादव के कुनबे को अग्निपरीक्षा से गुजरना है। वहीं कल्याण सिंह के सियासी वारिस राजवीर सिंह को एटा लोकसभा सीट से सीट चुनावी जंग लड़नी है।
बदायूं में शिवपाल के बेटे आदित्य यादव की परीक्षा
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत यानी 7 मई को बदायूं सीट पर वोटिंग होनी है। इस सीट पर इस बार कांटे की टक्कर मानी जा रही है। सपा ने पहले इस सीट से धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया था,फिर उनका टिकट काट कर शिवपाल यादव को उम्मीदवार बनाया गया और अंत में शिवपाल यादव से टिकट लेकर उनके बेटे आदित्य यादव को प्रत्याशी घोषित किया गया। बदायूं सीट से बीजेपी ने आदित्य यादव के खिलाफ स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी व मौजूदा सांसद संघमित्रा मौर्य का टिकट काटकर दुर्विजय शाक्य को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने भी इस सीट पर अपना पूरा जोर लगाया है और इसी वजह से यहां त्रिकोणीय लड़ाई होती दिख रही है। बसपा ने बदायूं से मुस्लिम खान को उम्मीदवार बनाया है। 2009 और 2014 के चुनाव में बदायूं सीट से सांसद चुने गए सपा नेता धर्मेंद्र यादव 2019 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार संघमित्रा मौर्य से हार गए थे।
पहली बार चुनावी मैदान में यादव परिवार का चिराग
आदित्य यादव पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, जिसे जिताने के लिए उनके पिता व सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने बदायूं सीट पर डेरा जमा रखा है। ऐसे में देखना होगा कि आदित्य यादव क्या अपने चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव की हार का हिसाब ले पाते हैं या भाजपा एक बार फिर से इतिहास दोहराएगी।
मैनपुरी में डिंपल यादव की अग्निपरीक्षा
इस बार के लोकसभा चुनाव में मैनपुरी सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला है। इस सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव उम्मीदवार है। डिंपल यादव का सामना भाजपा के जयवीर सिंह से है, जो योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। बसपा ने इस सीट से अपना उम्मीदवार बदलकर मुकाबले को और दिलचस्प कर दिया है। बसपा ने यादव कार्ड खेलते हुए शिव प्रसाद यादव को चुनावी मैदान में उतारा है। 1996 के बाद से लगातार मैनपुरी सीट पर सपा मजबूत मानी जाती रही है। 2019 में भी सपा ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाया था।
मुलायम सिंह की निधन के बाद डिंपल यादव ने सियासी विरासत को संभाला
2019 के चुनाव में मुलायम सिंह यादव इस सीट से सांसद चुने गए थे। उनके निधन के बाद 2022 के उपचुनाव में उनकी बहू व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव सांसद चुनी गईं। कुछ इस तरह डिंपल यादव ने अपने ससुर की सियासी विरासत को संभाला और अब एक बार फिर से वह चुनावी मैदान में हैं और 7 मई को उन्हें अपनी सियासी अग्निपरीक्षा से एक बार और गुजरना है। बीजेपी उम्मीदवार जयवीर सिंह मैनपुरी सदर विधानसभा से विधायक और यूपी सरकार में मंत्री हैं।
फिरोजाबाद में यादव परिवार के अक्षय की साख दांव पर
यूपी की फिरोजाबाद लोकसभा सीट से सपा ने दिग्गज नेता और राज्यसभा सदस्य राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को उम्मीदवार बनाया है। अक्षय यादव के सामने बीजेपी की तरफ से ठाकुर विश्वदीप सिंह चुनावी मैदान में हैं। वहीं बसपा ने भी इस सीट पर प्रत्याशी घोषित करते हुए मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। बसपा ने फिरोजाबाद से चौधरी बशीर पर भरोसा जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है। पिछले लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस सीट पर शिवपाल यादव के उतरने से अक्षय यादव चुनाव हार गए थे, जबकि 2014 में अक्षय इसी सीट से सांसद चुने गए थे। शिवपाल यादव अब सपा के साथ हैं, लेकिन भाजपा ने इस बार अपना दांव बदल दिया है। बीजेपी ने इस सीट से मौजूदा सांसद डॉ. चंद्रसेन जादौन का टिकट काटकर ठाकुर विश्वदीप सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
एटा से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के सियासी वारिस मैदान में
यूपी में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह बीजपी की टिकट से एटा सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। सपा ने इस बार एटा में देवेश शाक्य को टिकट दिया है। वहीं बसपा ने मोहम्मद इरफान को अपना उम्मीदवार बनाया है। एटा में बसपा के मुस्लिम उम्मीदवार की वजह से सपा के कोर वोटबैंक में बिखराव का खतरा बन गया है। इस सीट पर भी सपा-बसपा और बीजेपी में कांटे की टक्कर देखने को मिलने वाली है।