चौकी से दस फलांग दूर बदमाशों ने युवक को गोलियों से किया छलनी
कोतवाली नगर की सीताकुंड पुलिस चौकी से दस फलांग दूर स्कार्पियो सवार बदमाशों ने युवक को गोलियों से भून डाला और भाग निकले। हर बार की तरह पुलिस यहां भी लेट पहुंची वो भी इलाके के लोगों की सूचना पर। खून से लथपथ युवक को पुलिस हास्पिटल लेकर पहुंची, डाक्टरों ने यहां उसे मृत घोषित कर दिया।
सुल्तानपुर: कोतवाली नगर की सीताकुंड पुलिस चौकी से दस फलांग दूर स्कार्पियो सवार बदमाशों ने युवक को गोलियों से भून डाला और भाग निकले। हर बार की तरह पुलिस यहां भी लेट पहुंची वो भी इलाके के लोगों की सूचना पर। खून से लथपथ युवक को पुलिस हास्पिटल लेकर पहुंची, डाक्टरों ने यहां उसे मृत घोषित कर दिया।
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इस कोरम को पूरा कर पुलिस अपने दूसरे कोरम को पूरा करने में लग गई। और जिम्मेदारो ने वही रटा हुआ जवाब दिया के जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गुरुवार की रात कोतवाली नगर के लोलेपुर निवासी चांद बाबू पुत्र इबरार घर की एक महिला के साथ बाइक से दवा लेकर घर जा रहा था। साथ मौजूद महिला ने बताया कि दीवानी कोर्ट के पास स्कार्पियों सवार बदमाशों ने पहले बाइक को टक्कर मारा। हम दोनो जान बचाकर पास के जल निगम के कैम्पस में घुस गए। लेकिन बदमाश यहां तक आए और चांद बाबू पर तीन से चार राउंड गोलियां बरसाई जब वो अचेत होकर जमीन पर गिर गया तो वो भाग निकले।
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बताया जा रहा है कि घटना में मृतक का आधा सिर ही उड़ गया है। इसके बाद हमेशा की लेट पुलिस आज भी लेट ही रही। पाश एरिये में हुई घटना को देखते हुए एसपी हिमांशु कुमार दल बल के साथ पहुंचे मौका मुआयना किया और मृतक को हास्पिटल भेज वाया। यहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उधर पुलिस मृतक के साथ रही महिला को लेकर कोतवाली आई। यहां अपनी नाकामी को छिपाने के लिए एसपी ने मीडिया की इंट्री पर बैन कर दिया। फिर महिला से पूछताछ किया। महिला ने हमलावरों को पहचानने का दावा किया है। महिला के अनुसार हमलावरों में मोहम्मद सलीम, मोहम्मद अय्यूब, मोहम्मद अफसर, मोहम्मद सफदर, मोहम्मद मुसीद के अलावा तीन अन्य साथी शामिल हैं।
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एसपी हिमांशु कुमार ने बताया कि मृतक चांद हत्या के मुकदमे का आरोपित था। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के मुताबिक़ 20 फरवरी की रात सिपाही फहीम जब ड्यूटी कर रात को घर पर पहुंचा तो यहां पत्नी परवीन ने पहले उसे खाने में नींद टैबलेट देकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद तकिये से पत्नी परवीन और उसके आशिक चांदबाबू ने मुंह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था।
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यहां से साक्ष्य मिटाने के लिए आशिक चांदबाबू ने मृतक के बेटे मोहम्मद कैफ के साथ लाश को स्कूटी पर लादा और सीधे मुसाफिरखाना के कादूनाला के पास स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे उसे डाला। यही नहीं लोगों के शक को दूर करने के लिए यहां चांदबाबू ने सिपाही फहीम के सर पर हथौडे से प्रहार किया और फिर स्कूटी को क्षतिग्रस्त करते हुए लाश के बगल में डाल दिया।
सारी वारदात को अंजाम देने के बाद चांदबाबू ने अपने दोस्त अरविंद उर्फ गल्लूचा को यहां बुलाया, जो अपनी पल्सर बाइक से मौके पर पहुंचा और दोनों को ले जाकर घर पर छोड़ा।
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उल्लेखनीय हो कि 21 फरवरी को मुसाफिरखाना कोतवाली के कादूनाला स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे जिले में तैनात सिपाही फहीम की लाश मिली थी। लाश के करीब में ही एक स्कूटी भी टूटी हुई अवस्था में पाई गई थी, इससे पुलिस से लेकर हर कोई इसे एक्सीडेंट मान रहा था। फिलहाल पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था और मृतक के पिता मोहम्मद अयूब की तहरीर पर 279 और 304A के तहत मामला दर्ज किया था।
इसके बाद एसपी अमेठी अनीस अहमद अंसारी ने एडिशनल एसपी राहुल राज और सीओ मुसाफिरखाना को मामले के खुलासे के लिए लगाया था। ढाई माह के प्रयास के बाद पुलिस की पूरी टीम को मंगलवार को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने मृतक सिपाही फहीम की पत्नी परवीन बानों और उसके आशिक चांद बाबू को हिरासत में लिया। दोनों से अलग-अलग पूछताछ करने पर पुलिस के सामने जो तथ्य सामने आए उसे सुनकर पुलिस भी दंग रह गई।
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पुलिस के मुताबिक़ 20 फरवरी की रात सिपाही फहीम जब ड्यूटी कर रात को घर पर पहुंचा तो यहां पत्नी परवीन ने पहले उसे खाने में नींद टैबलेट देकर उसे बेहोश कर दिया था। इसके बाद तकिये से पत्नी परवीन और उसके आशिक चांदबाबू ने मुंह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। यहां से साक्ष्य मिटाने के लिए आशिक चांदबाबू ने मृतक के बेटे मोहम्मद कैफ के साथ लाश को स्कूटी पर लादा और सीधे मुसाफिरखाना के कादूनाला के पास स्थित पूरे प्रेमशाह के पास सड़क किनारे उसे डाला।
यही नहीं लोगों के शक को दूर करने के लिए यहां चांदबाबू ने सिपाही फहीम के सर पर हथौडे से प्रहार किया और फिर स्कूटी को क्षतिग्रस्त करते हुए लाश के बगल में डाल दिया। सारी वारदात को अंजाम देने के बाद चांदबाबू ने अपने दोस्त अरविंद उर्फ गल्लूचा को यहां बुलाया, जो अपनी पल्सर बाइक से मौके पर पहुंचा और दोनों को ले जाकर घर पर छोड़ा।
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इस हत्या के विरोध में ठीक सात महीने बाद 13 सितंबर 2017 को टैक्स कलेक्टर इबरार की हत्या कर दी गई थी। हत्या में शामिल फयूम के भाई शमीम समेत कई लोगों को पुलिस ने बीते दिनों गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बृहस्पतिवार को चांद बाबू की हत्या भी इसी कड़ी में जोड़कर देखा जा रहा है।