कोरोना संक्रमित हुए अधिवक्ता जफरयाब जिलानी, हालत स्थिर पर नियंत्रण में
धिवक्ता जफरयाब जिलानी को मेदान्ता अस्पताल में भर्ती कराया गया हैऑफिस से निकलते समय अचानक उनका पैर फिसल गया था।
लखनऊ: प्रदेश के जाने माने अधिवक्ता जफरयाब जिलानी की हालत में फिलहाल कोई सुधार नहीं हुआ है। अभी वह वेंटिलेटर पर ही हैं। ब्रेन हैमरेज के चलते जमे हुए खून के थक्कों को डॉक्टरों ने हटा दिया है, पर कोरोना जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब डॉक्टरों ने जफरयाबा जिलानी (Zafaryab Jilani) का दूसरा इलाज करना भी शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस रामजन्म भूमि के मुस्लिम पक्षकार रहे और हाईकोर्ट के जाने माने सीनियर अधिवक्ता ज़फ़रयाब जिलानी की हेड इंजरी होने के बाद उन्हें मेदांता हॉस्पिटल (Medanta Hospital) लखनऊ के न्यूरो साइंसेज विभाग में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद से मेदांता लखनऊ की न्यूरोसर्जरी (Neurosurgery) टीम की चिकित्सा के तहत इलाज चल रहा है।
आज इलाज के दौरान जफरयाब जिलानी की जब
प्रारंभिक जांच के साथ ही सीटी स्कैन किया गया तो जानकारी में आया कि उनके ब्रेन के अगले हिस्से में खून का थक्का जमा हुआ था। इसके बाद मेदांता के डॉक्टरों ने सफल सर्जरी करके ब्रेन से जमे हुए खून को हटा दिया है। फिलहाल उनको अभी वेंटीलेटर पर रखा गया है। उनकी हालत अभी गंभीर, परन्तु नियंत्रण में बताई जा रही है। मेदान्ता अस्पताल की न्यूरो टीम लगातार उनके स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रख रही है। जानकारी के अनुसार आज उनकी जब कोरोना जांच हुई तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
बतातें चलें कि वर्षो तक रामजन्मभूमि के मुस्लिम पक्षकार और इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता जफरयाब जिलानी को मेदान्ता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऑफिस से निकलते समय अचानक उनका पैर फिसल गया था, जिससे उनके सिर में गहरी चोट आई है। उन्हें गुरूवार की शाम को अचानक ब्रेन हैमरेज हो गया, जिसके बाद उन्हे मेदान्ता अस्पताल में भर्ती कराया गया।