विरोधी आवाजों को देशद्रोही करार देने का असंवैधानिक काम कर रही बीजेपी: अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा द्वारा विरोध उठाने वाली हर आवाज को कुचलने और उसे देशद्रोही तक करार देने का असंवैधानिक काम हो रहा है। कुछ घटनाएं जो सामने आ रही हैं उनसे तो यही प्रतीत होता है कि भाजपा राज में कानून व्यवस्था तो ध्वस्त है।

Update: 2023-07-21 10:20 GMT

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा द्वारा विरोध उठाने वाली हर आवाज को कुचलने और उसे देशद्रोही तक करार देने का असंवैधानिक काम हो रहा है। कुछ घटनाएं जो सामने आ रही हैं उनसे तो यही प्रतीत होता है कि भाजपा राज में कानून व्यवस्था तो ध्वस्त है लेकिन अपनी कमी छुपाने के लिए भाजपा दूसरों को ही दोषी ठहराने में संकोच नहीं करती है। लोकतंत्र में यह स्थिति चिंतनीय है।

यह भी पढ़ें…केंद्र ने गांधी परिवार के SPG नियमों को किया सख्त, तोड़ा तो रद्द होगी सुरक्षा

सपा अध्यक्ष ने सोमवार को कहा कि भाजपा को संविधान पर भरोसा नही है। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों से भी उनका कोई लेना देना नही है। भाजपा राजनीति में शुचिता और पारदर्शिता को भी महत्व नहीं देती है। इसलिए राजनीति में वह मतभेद को मनभेद मानकर विरोध के दमन का रास्ता अपना रही है। उन्होंने यूपी को हत्या प्रदेश बताते हुए कहा कि यहां पुलिस सुरक्षा नही बल्कि हत्या का पर्याय बनकर सुर्खियों में है।

यह भी पढ़ें…ऐसे हुआ खुलासा! रची गई थी सुखबीर सिंह बादल की हत्या की साजिश

सपा मुखिया ने कहा कि यूपी में बेखौफ अपराधी रोज ही लूट, हत्या, अपहरण की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस ठोकों नीति के तहत फर्जी एन्काउटंर करके अपनी वाहवाही करती है। मानवाधिकार आयोग कई बार इसकी शिकायतों पर पुलिस और प्रशासन से जवाब मांग चुका है। अब तो सरकार अपराधिक आंकड़े बताने से भी गुरेज कर रही है।

यह भी पढ़ें…दशहरा स्पेशल: भगवान राम के लिए रावण ने किया था यज्ञ, जानिए क्यों

अखिलेश ने प्रदेश की कई जिलों में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ललितपुर में खाकी की बर्बरता के शिकार युवक की आत्महत्या कर लेता है और फतेहपुर में पिस्टल के दम पर दारोगा द्वारा महिला कांस्टेबल से रेप किया जाता है। उन्होंने सवाल किया कि जब खाकी में तैनात महिला खाकी से सुरक्षित नहीं है तो फिर अन्य बेटियों की सुरक्षा कौन करेगा?

सपा प्रमुख ने कहा कि यूपी में अब पत्रकार भी पुलिस प्रताड़ना का शिकार हो रहे है। कई पत्रकारों पर मुकदमें लग गये है, बिजनौर में दलित परिवार को पानी नहीं देने की खबर छापने वाले पांच पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है तो मिर्जापुर में मिड-डे-मील में नमक-रोटी परोसे जाने की खबर प्रसारित करने वाले पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया।

Tags:    

Similar News